चंदौली। समाजवाद को बचाने के नाम पर पत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ाने का दावा करने वाले सपा नेता चंद्रशेखर यादव बैकफुट पर चले गए हैं। सपा उम्मीदवार तेजनारायण यादव के खिलाफ नामांकन फार्म खरीदने वाली नियामताबाद सेक्टर नंबर पांच की जिला पंचायत सदस्य बबिता यादव ने नामांकन नहीं किया। इसी के साथ ही अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया। यह भी कह सकते हैं कि सपा ने समय रहते कुछ हद तक डैमेज कंट्रोल कर लिया है।
बबिता यादव ने खरीदा था नामांकन फार्म
जिला पंचायत सदस्य बबिता यादव ने नामांकन फार्म खरीदकर चुनावी सरगर्मी बढ़ा दी थी। इसे लेकर लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे थे सपा में खलबली मच गई। मीडिया को दिए बयान में बबिता यादव के पति चंद्रशेखर यादव ने पूर्व सांसद पर परिवारवाद का आरोप लगाया और समाजवाद को बचाने के नाम पर चुनाव लड़ने का दंभ भरा। लेकिन यह पूरा घटनाक्रम महज राजनीतिक स्टंट बनकर रह गया। सपा उम्मीदवार के तौर पर तेजनारायण यादव ने ही नामांकन किया। जबकि नामांकन के दौरान सपा नेताओं के साथ चंद्रशेखर यादव भी मौजूद रहे। सपा के वरिष्ठ नेताओं ने कुछ हद तक पार्टी में उत्पन्न हुई असहज स्थिति को संभाल लिया। अब देखना यह है कि सपा उम्मीदवार भाजपा प्रत्याशी को कितनी टक्कर दे पाते हैं।