वाराणसी। BHU के भू-भौतिकी विभाग में भूकंप वैज्ञानिक डॉ रोहतास कुमार गुरुवार को अपने आवास में मृत पाए गए। वे हरियाणा के करनाल के रहने वाले थे। पुलिस ने डॉ रोहतास के परिजनों को फोन पर सूचना दे दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। उनकी मौत के बाद टीचर्स फ्लैट में सन्नाटा रहा। वहां मौजूद गार्ड ने बताया कि घर में किसी के न होने से फ्लैट बंद है। उनकी मौत से आसपास के लोग स्तब्ध थे।
2016 में बीएचयू में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने से पहले 34 वर्षीय डॉ रोहतास आइआइटी, रुड़की में तैनात थे। वे यूनिवर्सिटी क्लब के बगल में बने टीचर्स फ्लैट में रहते थे। बुधवार की रात को दोस्तों के साथ टहले थे। उस वक्त वे बिल्कुल खुश थे। लोगों का कहना था कि वह सुबह तक स्वस्थ रहे। कूड़े वाले को कचरा देने भी गए थे।
इसके बाद दोपहर में उनके दोस्तों ने कई बार फोन किया, मगर फोन नहीं उठा। आसपास के लोगों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। दरवाजा किसी तरह से खोलकर लोग अंदर गए तो अंदर वाले कमरे का भी दरवाजा बंद था। लोगों ने प्राक्टोरियल बोर्ड को सूचित किया। वहां पर पहुंचे गाड के खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खुला। दरवाजे को तोड़ा गया तो डॉ रोहतास अंदर बेड पर पड़े थे।