चंदौली। चंदौली में बीजेपी के सामने सबसे बड़ी समस्या जिला पंचायत अध्यक्ष उम्मीदवार के चयन को लेकर है। जिनको संभावित उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा था वे चुनाव में धराशाई हो गए। अब पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित अध्यक्ष पद की पर भाजपा के पास विकल्पों का घोर अभाव है। ऐसे में शहाबगंज सेक्टर दो के निर्दल जिला पंचायत सदस्य दीनानाथ शर्मा भाजपा उम्मीदवार हो सकते हैं। जी हां आप सही समझ रहे हैं। दीनानाथ शर्मा यानी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष धनबली छत्रबली सिंह के चहेते। सूत्रों की माने तो स्थानीय स्तर पर दीनानाथ शर्मा का नाम तकरीबन तय हो चुका है। इसपर शीर्ष नेतृत्व की मोहर लगनी बाकी है।
छत्रबली सिंह के खासमखास दीनानाथ शर्मा पर दांव लगाकर पार्टी अध्यक्ष पद की कुर्सी अपने पाले में करना चाहती है। पंचायत चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। पार्टी समर्थित उम्मीदवार 35 सीटों में से केवल आठ सीटों पर ही जीत दर्ज कर सके। ऐसे में किंग मेकर छत्रबली सिंह को अपने पाले में करना एक तरह से पार्टी की मजबूरी भी है। इसमें कोई शक नहीं कि छत्रबली सिंह के चहेते को टिकट देने के बाद अध्यक्ष पद की सीट पर भाजपा का दावा सबसे मजबूत हो जाएगा। छत्रबली सिंह की जिला पंचायत सदस्यों के बीच अच्छी पकड़ है। पिछले चुनाव में सपा के कद्दावर नेता रामकिशुन यादव के पुत्र का टिकट काटकर न सिर्फ अपनी पत्नी सरिता सिंह को टिकट दिलाया बल्कि विधायक सुशील सिंह की पत्नी किरन सिंह को हराकर चुनाव में जीत दर्ज की। वैसे अध्यक्ष पद के लालच में सकलडीहा सेक्टर पांच के जिला पंचायत सदस्य साहब सिंह ने बसपा छोड़ दी। लेकिन फिलहाल उनकी दाल गलती नजर नहीं आ रही है। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखें तो उनका सपना, सपना ही रह जाएगा।
1 minute read