चंदौली। बबुरी पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने और अधिकारियों के साथ अभद्रता के आरोप में किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता और बीएसएफ के रिटायर्ड जवान मणिदेव चतुर्वेदी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के पीछे की पुलिसिया कहानी किसान नेताओं को पच नहीं रही। किसान यूनियन नेता राकेश टिकैट ने बयान जारी कर घटना की निंदा करते हुए मणिदेव की रिहाई की मांग की है। जिले के किसान नेता भी इस मामले में आंदोलन का मूड बना रहे हैं। गिरफ्तारी के पीछे मुगलसराय सीओ का हाथ बता रहे हैं। चंदौली पुलिस का यह कदम उसके ही गले की फांस बन सकता है।
जानिए कौन हैं मणिदेव चतुर्वेदी
सकलडीहा थाना क्षेत्र के धरहरा गांव निवासी मणिदेव बीएसएफ के रिटायर्ड जवान हैं। वर्तमान में किसान यूनियन टिकैत गुट के मंडल प्रवक्ता हैं। किसान नेता राकेश टिकैत खुद बता चुके हैं कि मणिदेव ने किसान आंदोलन में अहम भूमिका अदा की थी। गाजीपुर बार्डर पर तकरीबन डेढ़ महीने तक डटे रहे। इन्हें सिक्योरिटी इंचार्ज बनाया गया था। राकेश टिकैत मणिदेव की तारीफ कर चुके हैं। हमेशा आर्मी ड्रेस जैसे पकड़े पहनने वाले मणिदेव जिले में भी किसानों की समस्या को लेकर मुखर रहते हैं। जन समस्याओं को लेकर कई दफा अधिकारियों से टकरा चुके हैं।
अब जानिए पुलिसिया कहानी
पुलिस के अनुसार शनिवार को बबुरी थाना में आयोजित समाधान दिवस में अपने साथी के साथ पहुंचे किसान नेता मणिदेव चतुर्वेदी ने वहां मौजूद सीओ अनिरुद्ध सिंह, नायब तहसीलदार और एसएचओ से अभद्रता की। मारपीट पर आमादा हो गए और सरकारी अभिलेखों को फेंक दिया। इसी आधार पर उनको गिरफ्तार किया गया। हालांकि पुलिस की यह कहानी किसी को पच नहीं रही। मणिदेव की गिरफ्तारी के बाद किसान यूनियन से जुड़े नेता शनिवार की शाम एसपी आवास पर पहुंचे। एसपी प्रतिनिधिमंडल से नहीं मिले। लेकिन किसान नेताओं ने पीआरओ को पत्रक सौंपकर अपने मंसूबे से अवगत करा दिया। चेताया कि यदि मणिदेव के खिलाफ कार्रवाई की गई तो एसपी और सीओ के खिलाफ बड़ा आंदोलन होगा।