
चंदौली। चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में गुरुवार को विशेष न्यायाधीश पाक्सो की अदालत में आरोपितों की पेशी हुई। हालांकि मुख्य आरोपित के पेश न होने पर न्यायालय ने नौ सितंबर की अगली तारीख दी। वहीं चारों आरोपितों को पेश करने का आदेश दिया। मामले की जांच करने के बाद सीबीआई कोर्ट में दो हजार पन्नों की दाखिल कर चुकी है।
चंदौली के सकलडीहा क्षेत्र निवासी अजय कुमार गुप्ता और धानापुर क्षेत्र के अवनीश कुमार सिंह गरीब बच्चों को प्रलोभन देकर उनकी पोर्न फिल्म बनाते थे। बच्चों को आपस में यौन गतिविधियां करने के लिए भी प्रेरित किया जाता था। इसका वीडियो क्लिप तैयार कर विभिन्न एप के जरिए प्रचारित व प्रसारित करते थे। मामला सीबीआई तक पहुंचा तो जांच शुरू कर दी। सीबीआई ने जांच कर जनपद निवासी दोनों आरोपितों के साथ ही बिहार प्रांत के पटना जिले के अजीत कुमार के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल किया था। एजेंसी ने आईपीसी की धारा 120 बी, आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। चाइल्ड पोर्नोग्राफी मामले में सीबीआई ने 16 अगस्त को चंदौली में स्पेशल जज पॉक्सो के न्यायालय में दाखिल दो हजार पन्नों की चार्जशीट में कई पहलुओं के बारे में रिपोर्ट दी है। विशेष अधिवक्ता शमशेर सिंह ने बताया कि यह रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस है। इस प्रकरण का सीबीआई ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की है। जांच के बाद सीबीआई ने सिंचाई विभाग में जूनियर इंजीनियर पद पर कार्यरत बांदा निवासी रामभुवन को पूरे प्रकरण का मास्टर माइंड मानते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। जो फिरहाल बांदा जिला जेल में बंद है। अगली तारीख पर चारों आरोपियों के हाजिर होने के बाद कोर्ट में सुनवाई होगी।