चंदौली। चंदौली डीएम ईशा दुहन पर वीआईपी कल्चर को बढ़ावा देने का आरोप है। यह आरोप अधिकार सेना के संयोजक और पूर्व आईजी अमिताभ ठाकुर ने लगाए हैं। 25 अक्तूबर को जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में धरना देने का ऐलान भी कर दिया है। दरअसल हिनौती गांव के ग्रामीण प्रधान की शिकायत को लेकर डीएम से मिलने पहुंचे। काफी इंतजार के बाद यह आरोप लगाते हुए कैंप कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए कि डीएम केवल वीआईपी लोगों से मिलती रहीं। हालांकि डीएम ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
ये है पूरा मामला
हिनौता सिरसी गांव के कुछ ग्रामीण रविवार को प्रधान की शिकायत को लेकर जिलाधिकारी आवास पहुंचे। आरोप है कि तकरीबन चार घंटे इंतजार के बाद भी डीएम उनसे नहीं मिलीं। इस दौरान वीआईपी लोगों के आने जाने का क्रम लगा रहा। नाराज ग्रामीण आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गए। अधिकार सेना के राष्ट्रीय संयोजक अमिताभ ठाकुर ने डीएम के आचरण को पूरी तरह लोक विरोधी और सरकारी सेवक के आचरण नियमावली का घोर उल्लंघन बताते हुए निंदा की है। ऐलान किया कि 25 अक्तूबर को अधिकार सेना जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देगी।
डीएम ईशा दुहन ने आरोपों को नकारा, रखा अपना पक्ष
डीएम ईशा दुहन ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कुछ लोग अपनी फरियाद के साथ कैंप कार्यालय पर आए थे। सीडीओ ने उनकी समस्या सुनीं और निस्तारण का भरोस दिलाया। लेकिन बाद में पता चला कि वे मुझसे मिलना चाहते हैं। इसके बाद मैंने ग्रामीणों से मिलकर उनकी फरियाद सुनी। आवश्यक कार्यवाही का दिशा निर्देश भी दे दिया गया है।