चंदौली। सकलडीहा थाना क्षेत्र के अमावल गांव निवासी महेश सिंह की 2016 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड का आरोपी 50 हजार का इनामी बदमाश टांडाकला निवासी मच्छेंदर उर्फ संतोष भारती बुधवार की रात पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसके पास से 315 बोर का तमंचा, बाइक और चोरी के रुपये बरामद हुए। आरोपी के खिलाफ सकलडीहा और मिर्जापुर में आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। यह बीते 24 मई को टिमिलपुर में हुई लाखों की चोरी के मामले में भी संलिप्त था। एसपी अंकुर अग्रवाल ने अपराधी को पकड़ने वाली पुलिस टीम को 10 हजार रुपये पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पैसे नहीं देने पर महेश को मारी थी गोली
बलुआ थाना क्षेत्र के टांडाकला निवासी मच्छेंदर उर्फ संतोष भारती ने ही 28 अक्तूबर 2016 को अमावल निवासी महेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह अपने रिश्तेदार के यहां धरहरा गांव में रहता था। अमावल निवासी रामहरख सिंह के पुत्र महेश सिंह भी धरहरा रहते थे। संतोष भारती ने महेश सिंह को जमीन के बदले 60 हजार रुपये दिए थे। लेकिन महेश ने न तो जमीन दी ना ही पैसे वापस कर रहे थे। तगादा करने पर गाली देकर भगा देते थे। लिहाजा महेश की हत्या करने की योजना बनाई और एक दिन मौका देखकर महेश को गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अपराधियों के संपर्क में आकर छोटे-मोटे अपराध करने लगा। 24 मई को टिमिलपुर में एक व्यक्ति के घर में घुसकर जेवरात और पैसे चुराए। भागते समय आभूषण कहीं गिर गए।
पुलिस ने धरहरा मड़ई से किया गिरफ्तार
एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सकलडीहा कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार मिश्रा ने 50 हजार के इनामी अपराधी को पकड़के लिए जाल बिछाया। बुधवार की रात धरहरा मड़ई तिराहे पर अपराधी अपनी बाइक से आता नजर आया। पुलिस ने टार्च की रोशनी देकर रुकने का इशारा किया तो गाड़ी की स्पीड बढ़ाकर भागने लगा। थोड़ी दूर जाकर बाइक से गिर पड़ा तो पैदल ही खेतों की ओर भागा। पीछा कर रही पुलिस टीम पर फायर भी झोंक दिया। लेकिन किसी तरह पुलिस ने उसे पकड़ लिया। अपराधी के पास से तमंचा और चोरी के रुपये भी बरामद हुए। उसके खिलाफ सकलडीहा कोतवाली और मिर्जापुर के थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक भैरवनाथ, दिनेश कुमार, राहुल तिवारी, सत्येंद्र कुमार शामिल रहे।