चंदौली। चकिया कोतवाली पुलिस ने रविवार को अवैध असलहा के साथ तीन पशु तस्करों को धर दबोचा. हालांकि तीन तस्कर पुलिस को चकमा देकर जंगल में गायब हो गए. दो पिकअप पर लादकर वध के लिए बिहार ले जाए जा रहे 11 पशुओं को मुक्त कराया गया. पिकअप को सीज करने के साथ पशुओं को पशु आश्रय केंद्र पर भेज दिया गया.
पुलिस क्षेत्राधिकारी शेषमणि पाठक ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर कोतवाल राजेश यादव बिहार को जाने वाले प्रमुख रास्ते पर घेराबंदी कर दी. मंगरौर गांव के पास सुबह लगभग नौ बजे बगैर नंबर के दो पिकअप तेज गति से आते हुए दिखाई दिए. पुलिस ने दोनों वाहनों को पकड़ लिया. तीन तस्कर पुलिस के साथ लगे जबकि इतने की चकमा देकर फरार हो गए. पकड़े गए तस्कर मुकद्दस पुत्र रफीक निवासी वार्ड नंबर पांच डाक बंगला रोड चंदौली के पास से 315 बोर का अवैध असलहा व एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया. जबकि अन्य तस्करों ने अपना नाम कोतवाली अंतर्गत पुरानी बाजार निवासी तुफैल अहमद पुत्र इस्माइल अहमद व सलमान उर्फ मोनू पुत्र मैनुद्दीन खान बताया. बताया कि वे काफी दिनों से पशु तस्करी के धंधे में लिप्त हैं. बिहार निवासी पशु तस्कर नाटे के इशारे पर काम करते हैं. इस कार्य में हमें अच्छी खासी रकम प्राप्त होती थी. पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि मुकद्दस शातिर किस्त का पशु तस्कर है. उसके खिलाफ आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं. फरार तस्कर फरहान, एजाज और शकील उर्फ गुड्डू खान बिहार के रहने वाले हैं. टीम में रामपुर चौकी प्रभारी गिरीश चंद्र राय, उप निरीक्षक मनोज कुमार राय, प्रदीप कुमार यादव, सूरज कुमार, अतुल यादव, अभिषेक दुबे, प्रियांशु प्रजापति आदि शामिल थे।