
चंदौली। चहनियां क्षेत्र के कुछ ग्राम प्रधान बलुआ थाना के कैलावर चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दारोगा पर आरोप यह कि उन्होंने इटवा के ग्राम प्रधान से बदसलूकी की और थाने में पिटाई की। इन आरोपों को निराधार बताने वाले दारोगा शिवमणि त्रिपाठी ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए ग्राम प्रधान की खुन्नस की असल वजह बताई। बकौल चौकी प्रभारी ग्राम प्रधान दो जातियों के बीच विवाद पैदा करना चाह रहे थे। आक्रोश पनप रहा था। कभी भी महड़ौरा जैसी घटना की पुनरावृत्ति हो जाती। इसी टकराव को रोकने के लिए पुलिस ने प्रधान सहित दोनों पक्षों का धारा 151 में चालान कर दिया। इसके बाद से ही प्रधान हाथ धोकर चौकी प्रभारी के पीछे पड़े हैं।
चौकी प्रभारी शिवमणि त्रिपाठी ने बताया कि इटवा गांव में आबादी की जमीन पर सार्वजनिक शौचालय निर्माण को लेकर विवाद शुरू हुआ। प्रधान जिस जमीन पर शौचालय बनवाना चाह रहे थे उसपर एक पक्ष को कड़ी आपत्ति थी। विवाद बढ़ा तो एसडीएम ने इसे संज्ञान में लिया और दोनों पक्षों में टकराव को रोकने के लिए शौचालय निर्माण के लिए जमीन चिन्हित कर दी गई। प्रधान ने निर्माण शुरू किया तो शौचालय का दरवाजा उधर खोला जिधर जमीन पर विवाद था। इसकी वजह से एक बार फिर दलित और राजपूत वर्ग के बीच विवाद शुरू हो गया। शौचालय की दीवार तोड़ी गई, जिसमें दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं। एक पक्ष का कहना है कि दीवार खुद प्रधान और उसके भाईयो ने तोड़ी है। मामला बढ़ जाता और कोई अप्रिय घटना घटित हो जाती लिहाजा एसडीएम से बातचीत के बाद संघर्ष रोकने के लिए दोनों पक्षों का चालाना कर दिया गया। अब प्रधान को पुलिस की यही कार्रवाई नागवार गुजर रही है और चौकी प्रभारी को हटवाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।