वाराणसी। बीएचयू में एक सितंबर से ऑफलाइन कक्षाएं चलाने के साथ ही सेंट्रल लाइब्रेरी को पूरी क्षमता से चलाने का फैसला लिया गया है। वहीं अंतिम वर्ष के यूजी और पीजी के जो छात्र सेमेस्टर एग्जाम देने के दो दिन बाद तक हॉस्टल नहीं खाली किए हैं। उनसे कमरा वापस लेकर नए छात्रों को दिया जा सकता है। यानी कि जो छात्र इस साल एडमिशन लेंगे और जिन्होंने पिछले साल लिया और हॉस्टल नहीं मिला है अब उन सबको कमरे एलॉट होंगे। बहरहाल छात्रों के लिए सबसे राहत वाली बात यही है कि बीएचयू की सेंट्रल लाइब्रेरी एक सितंबर से पहले की ही तरह पूरे 12 घंटे तक खुलेगी। बीएचयू में ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन में अंतिम वर्ष के छात्र और पीएचडी के करीब 700 छात्र पूरे समय लाइब्रेरी में रहकर पढ़ाई कर पाएंगे।
कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने बाद महज 300 छात्रों को ही लाइब्रेरी में पढ़ने की इजाजत दी गई थी। अब सेंट्रल लाइब्रेरी के अलावा साइबर लाइब्रेरी में 400 और मुख्य हॉल में 300 छात्र बैठ सकेंगे। बीएचयू सेंट्रल लाइब्रेरी के लाइब्रेरियन प्रो डीके सिंह ने कहा कि मुख्य हॉल में कुल 250 सीटें ही हैं। जरूरत पर 50 सीटें बढ़ाई जा सकती हैं। सेंट्रल लाइब्रेरी का बुक सेक्शन और मुख्य हॉल अब सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। साइबर लाइब्रेरी सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक चलेगी। जिसमें 400 छात्र एक साथ सेल्फ स्टडी कर सकेंगे। इससे पहले तक लाइब्रेरी में आने वाले स्टूडेंट्स को टोकन से ही एंट्री दी जाती थी यानी कि पहले आओ और पहले प्रवेश पाओ।