चंदौली। ब्रांडेड सीमेंट कंपनियों के नाम पर कहीं आप नकली सीमेंट का इस्तेमाल तो नहीं कर रहे। रामनगर और आसपास की कई फैक्ट्रियां धड़ल्ले से नकली सीमेंट बना रही हैं। यह खेल काफी पुराना है और कुछ भ्रष्ट पुलिस व प्रशासनिक अफसरों की मिलीभगत से चल रहा है। कुछ रसूखदार लोग भी इस खेल में शामिल हैं। बहरहाल शुक्रवार को मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के डहिया में पुलिस और अल्ट्राटेक कंपनी के सीनियर मैनेजर ने ब्रांडेड कंपनियों की नकली बोरियां बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। पुलिस के आने की भनक लगते ही भदोही निवासी मालिक फरार हो गया। लेकिन मैनेजर सहित कुछ कर्मचारी पकड़े गए। नामी गिरामी कंपनियों की तकरीबन 20 हजार बोरियां और 30 डाई बरामद हुई जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया। अल्ट्राटेक कंपनी के मैनेजर ने फैक्ट्री मालिक और मैनेजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया।
अल्ट्राटेक कंपनी को शिकायत मिली कि डहिया स्थित एक फैक्ट्री में नकली बोरियां छापी जा रही हैं। कंपनी के सीनियर मैनेजर संजय शर्मा ने मुगलसराय कोतवाली पुलिस के सहयोग से फैक्ट्री में छापेमारी की तो वहां अल्ट्राटेक, एसीसी, बिरला आदि ब्रांडेड सीमेंट कंपनियों की बोरियां बरामद हुईं। इन्हें छापने में इस्तेमाल होने वाली डाई भी बरामद की गई। सीनियर मैनेजर संजय शर्मा ने बताया कि फैक्ट्री मालिक सेवालाल पाल भदोही का रहने वाला है, जो जेके पॉलीबैग नाम से कंपनी चलाता है। पहले यह अपने सहयोगियों के साथ रामनगर में नकली बोरियां बनाता था। वर्ष 2019 में कंपनी की ओर से तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। इसके बाद जालसाजों ने रामनगर से हटकर डहिया में फैक्ट्री खोल ली। बताया कि ये नकली बोरियां कहां भेजी जाती हैं इसका पता लगाया जा रहा है। जानकारी मिली है कि नकली बोरियों की खपत रामनगर और आस-पास के इलाकों में होती है। बोरियों में नकली सीमेंट भरकर ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बेचा जाता है।