
चंदौली। अलीनगर इंडियन आयल डिपो के टेंडर में अधिकारियों की मनमानी को टैंकर यूनियन की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। अपनी मांगों को लेकर यूनियन पदाधिकारी व कार्यकर्ता पूरी तरह से लामबंद हैं। विभागीय अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता से आक्रोश और भड़क रहा है। शनिवार को एसडीएम मुगलसराय ने डिपो में अधिकारियों से वार्ता की। लेकिन यूनियन के लोगों से नहीं मिले और वापस चले गए। जबकि यूनियन पदाधिकारियों को सूचना दी गई थी कि एसडीएम उनसे वार्ता करेंगे। इस बात को लेकर भी यूनियन के लोगों में भारी आक्रोश बना हुआ है।
टैंकर परिवहन यूनियन मंडल वाराणसी के अध्यक्ष इस्तखार भाई ने कहा कि निविदा फार्म के पेज नंबर 26, 27 में स्पष्ट लिखा है कि आईओसीएल अपने एकमात्र विवरण पर बिना कोई कारण बताए सुरक्षित रखता है, किसी भी स्थिति में निविदाकारों से बातचीत कर सकते हैं। ठेकेदारों के बीच काम बांट सकते हैं। बिना कोई कारण बताए टेंडर को संशोधित करने का अधिकार सुरक्षित रखता है। आईओसीएल प्रशासन चाहे तो मध्यम और छोटे ट्रांसपोर्टरों के बीच कार्य को विभाजित कर सकता है। इसके बावजूद ट्रांसपोर्टरों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाना हम लोगों की समझ से परे है। जबकि छह महीने पूर्व वाराणसी के ताज होटल में डिपो के वरिष्ठ अधिकारियों व ट्रांसपोर्टरों की मीटिंग हुई थी, जिसमें सभी को शामिल करने पर सहमति बनीं। लेकिन टेडर में छोटे व मझोले ट्रांसपोर्टरों को बाहर करना हम लोगों के साथ नाइंसाफी है। यूनियन थानाध्यक्ष संतोष सिंह से मिला और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। वहीं सोमवार को डीएम और एसपी को पत्रक सौंपने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर ऑल इंडिया मोटर्स कांग्रेस की सदस्य मधु राय, उपाध्यक्ष मोहम्मद यासीन डब्बल, रुस्तम सिद्धकी, सतीश चाौहान, संदीप चाौहान, अजय कुमार, रुस्तम सिद्दीकी, लल्लू यादव, प्रीतम चाौहान, शेख डब्बल, अजय कुमार गोड, जवाहिर यादव ,विजय यादव, कल्लू भाई ,रुस्तम, प्रकाश चाौहान, भरत चाौहान ,शाइद खान, बबलू भाई, तेज बहादुर आदि मौजूद रहे।