चंदौली। जिला पंचायत सदस्य के के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद से ही समाजवादी पार्टी में रार मची हुई है। पार्टी के कई नेता बगावती हो चुके हैं तो कुछ सपा छोड़ चुके हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में पार्टी के दिग्गज नेता भी एक दूसरे के खिलाफ मुखर होते नजर आ रहे हैं। दरअसल एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार्यकर्ताओं के बीच सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव पूर्व सांसद रामकिशुन और उनके परिवार पर निशाना साधते दिख रहे हैं। दरअसल सकलडीहा विधायक और पूर्व सांसद के बीच संबंधों में उतराव-चढ़ाव पहले भी देखने और सुनने को मिलते रहे हैं। वायरल वीडियो ने दोनों नेताओं के बीच की खाईं को और साफ कर दिया है।
टिकट को लेकर असंतोष पर पूर्व विधायक नाराज
दरअसल सपा ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की तो उसमें पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने पुत्र संतोष यादव का नाम था लेकिन उनके छोटे भाई और पूर्व प्रमुख बाबूलाल यादव के पुत्र मुलायम यादव का नाम शामिल नहीं था। रामकिशुन यादव ने टिकट वितरण पर नाराजगी जताई और उनके पुत्र संतोष यादव ने टिकट को नामंजूर करते हुए नामांकन ही नहीं किया। समाजवादी पार्टी के रसूख रखने वाले बौरी हाउस के इस फैसले से असंतोष और गहरा गया। सकलडीहा सेक्टर नंबर तीन सपा उम्मीदवार अमित यादव के चुनावी कार्यक्रम का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें विधायक प्रभुनारायण यादव पूर्व सांसद पर गंभीर आरोप लगाते दिख रहे हैं। विधायक कह रहे हैं कि जब बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का सौदा हो रहा था इसी बौरी गांव में सभी नेता बैठ कर मसौदा कर रहे थे। उसकी भी फोटो मेरे पास है। हम फोटो दिखाकर राजनीति नहीं करना चाहते। कई लोगों का टिकट कटा लेकिन वो पार्टी को गाली नहीं दे रहे हैं। लेकिन इनको तकलीफ हो रही है। इस परिवार पर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के इतने एहसान हैं कि दो जन्मों में भी नहीं चुका सकते। जब संकट की घड़ी आती है तो ऐसे लोग कहां खड़ा होने का काम करते हैं यह बात सबको पता है।