जौनपुर। मऊ जिले के मोहम्मदाबाद के पूर्व ब्लाक प्रमुख और हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर जौनपुर के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह का नाम सामने आया है। शनिवार को सीजेएम कोर्ट लखनऊ ने धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। इस कार्रवाई की भनक लगते ही पूर्व सांसद भूमिगत हो गए हैं। जबकि पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है।
मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की बीते छह जनवरी को लखनऊ में सरेराह हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले मुख्य शूटर गिरधारी विश्वकर्मा को 14 फरवरी को मुठभेड़ में मार गिराया। सुंदर भाटी गैंग ने अजीत की हत्या की सुपारी ली थी। चंदौली जिले से ताल्लुक रखने वाले एक शूटर को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अजीत सिंह की हत्या के दौरान क्रास फायरिंग में घायल हुए एक शूटर का इलाज करने वाले सुल्तानपुर के डाक्टर ने पुलिस को बताया कि धनंजय सिंह के कहने पर ही उसने बदमाश का इलाज किया। अजीत हत्याकांड में धनंजय सिंह की भूमिका से जुड़े कई और सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं। इसी आधार पर लखनऊ पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर धनंजय सिंह को आरोपित बनाया है। धनंजय सिंह के खिलाफ हत्या, रंगदारी और अपहरण के और भी कई मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। कुख्यात माफिया मुन्ना बरजंगी की जेल में हुई हत्या के मामले में भी साजिशकर्ता के तौर पर धनंजय सिंह का नाम सामने आया था।