
चंदौली। जिला प्रशासन ने नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद को सैयदराजा थाना क्षेत्र में लगभग तीन घंटे तक रोके रखा। बताया जा रहा है कि वह बिहार में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद लखनऊ लौट रहे थे, लेकिन प्रशासन के निर्देश पर उन्हें सवैया पट्टीदारी गांव के पास रोक दिया गया। काफिला रोके जाने से नाराज सांसद ने प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया। कहा कि पुलिस-प्रशासन मुझे रोकने की बजाय अपराध रोकने पर ध्यान केंद्रित करती तो प्रदेश में सुशासन होता और बहू-बेटियां सुरक्षित होतीं।
नेशनल हाईवे-19 पर बिहार के दुर्गावती इलाके से लौटते समय जैसे ही उनका काफिला सैयदराजा थाना क्षेत्र में पहुंचा, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने उसे रोक लिया। हालांकि, सांसद को रोके जाने के पीछे के कारणों पर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जो सरकार अपराध रोकने में नाकाम साबित हो रही वह जनता के चुने हुए एक जनप्रतिनिधि को रोकने का काम कर रही है। मुझे पिछले तीन घंटों से सीमा पर रोका गया है। अधिकारी सरकार के इशारे पर गलत काम करते हैं। प्रदेश में रोज हिंसा हो रही है। पत्रकार सुरक्षित नहीं है। वकील और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। यूपी में सुरक्षा की भारी खामी है। सीएम जितनी ऊर्जा मुझे रोकने में लगा रहे हैं, उतनी ऊर्जा यदि क्राइम रोकने में लगाते तो बहन-बेटियां सुरक्षित होतीं। उन्होंने कहा कि गरीबों, नौजवानों व किसानों की मांग को लेकर सोमवार को लखनऊ में होने वाले आंदोलन को विफल करने के लिए उन्हें रोका जा रहा है। सरकार से जवाब मांगने के लिए यह आंदोलन होगा।