
चंदौली। कलेक्ट्रेट सभागार में दिशा की मीटिंग के दौरान आपस में भिड़े सत्तापक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधियों को जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने आईना दिखाया। डीएम ने माइक संभाला तो कुछ समय के लिए सभागार में सन्नाटा छा गया। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल को लेकर होने वाली चर्चाओं का जिक्र किया तो सांसद-विधायक झेंप गए।
दिशा की मीटिंग के दौरान भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्तापक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधि भिड़ गए। बात यहां तक बढ़ गई एक दूसरे को गुंडा और अभद्र तक कह डाला। मामले को शांत कराने की कई बार कोशिश की गई, लेकिन जनप्रतिनिधियों की तू-तू, मैं-मैं रुकी नहीं। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे।
जिलाधिकारी ने माइक संभाला और जनप्रतिनिधियों को शांत कराने की कोशिश की, ताकि विकास के मुद्दों पर चर्चा हो सके। डीएम के माइक संभालने के बाद कुछ क्षणों के लिए सभागार में सन्नाटा रहा, लेकिन जिलाधिकारी के चुप होते ही फिर आरोप-प्रत्यारोप और तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई। डीएनए कहा कि पश्चिमी यूपी और अन्य प्रदेशों में पूर्वांचल की छवि अच्छी नहीं है। अधिकारियों और लोगों में चर्चा रहती है कि पूर्वांचल का विकास राजनीति की भेंट चढ़ जाता है। यहां के अधिकारियों की उदासीनता की चर्चा भी होती रहती है। सबको मिलकर इस छवि को बदलने की जरूरत है।