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पशुओं के लिए आफत बनी चंदौली की यह गोशाला, न चारे का प्रबंध न इलाज की व्यवस्था

रिपोर्टः खुशी सोनी

चंदौली। सड़क पर विचरण करने वाले बेसहारा पशुओं को राहत और बचाव के नाम पर गोशालाओं में कैद तो कर दिया जा रहा है लेकिन भोजन और इलाज की माकूल व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई जा रही। नियामताबाद के कठौरी गोशाला की भी कमोवेश
ऐसी ही स्थिति है। यहां बीमार पशु इलाज के अभाव में कष्ठ झेलने को विवश हैं। कुछ तो ऐसे ही पड़े-पड़े दम तोड़ देते हैं। भारतीय युवा शक्ति मोर्चा ने इस दुव्र्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाने का मन बना लिया है।


कठौरी गोशाला में दो सौ से अधिक गोवंश मौजूद हैं। लेकिन अधिकांश दीन-हीन दशा को प्राप्त हैं। उचित देखभाल के अभाव में गोवंश का बुराहाल है। जबकि गोवंश संरक्षण योगी सरकार के प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों में शामिल है। पशुओं के चारे और देखभाल के लिए सरकार से मदद भी मिलती है। लेकिन गोशाला की स्थिति देखकर यह कहा जा सकता है कि इसमें भी भ्रष्टाचार कायदे से घुस गया है। जिम्मेदार मौन हैं, जिसका फायदा भ्रष्ट कर्मचारी उठा रहे हैं। वैसे भी चंदौली जिले में गोशालाओं की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है। पशु संरक्षण के नाम पर किस तरह से लूट खसोट की जा रही है यह बात भी अब सार्वजनिक हो चुकी है। कुछ गोशालाओं में तो पशु अंगो की तस्करी तक की शिकायतें मिल चुकी हैं। पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें गोशाला के समीप की गोवंश का चमड़ा उतारा जा रहा था। हो हल्ल मचा तो संबंधित पशु चिकित्साधिकारी ने इस संबंध में मुकदमा भी दर्ज कराया। भारतीय युवा शक्ति मोर्चा के कृष्णा तिवारी, ओमकार तिवारी, पंकज, अनिल, मोनू, अभिषेक आदि का आरोप है कि कठौरी गोशाला में जिस तरह की दुव्र्यवस्था है उससे साफ है कि सरकारी धन की लूट की जा रही है। पशुपालन विभाग लापरवाह बना हुआ है। इस दुव्र्यवस्था के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।

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