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Chandauli News : जनता को गुमहार कर रहे अफसर, अधिवक्ता ने सड़क चौड़ीकरण में लगाया 108 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप, उच्च स्तरीय जांच की मांग

चंदौली। मुसगलसराय सिक्स लेन परियोजना की 108 करोड़ रुपये अधिक लागत बताकर अधिकारी जनता को गुमराह कर रहे हैं। इसको लेकर लोगों के मन में संदेह पैदा हो रहा है। अधिकारियों ने इसकी लागत 328.84 करोड़ रुपये बताया, जबकि 220.60 करोड़ रुपये में कार्यदायी संस्था को ठेका दिया गया है। ऐसे में 108 करोड़ रुपये कहां चले गए। अधिवक्ता संतोष कुमार पाठक  ने अधिकारियों पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

 

संतोष ने बताया कि मुगलसराय मार्केट सहित पूरे मार्ग में 6 लेन सड़क निर्माण के लिए 259.50 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत तय की गई थी, जिसके लिए चार कंपनियों ने निविदा भरी थी। इनमें सबसे कम बोली लगाने वाली ऐपको इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड को 220.60 करोड़ रुपये में ठेका दे दिया गया। इसके बावजूद सार्वजनिक रूप से यह बताया जा रहा है कि परियोजना की लागत 328.84 करोड़ रुपये है, जिससे प्रथम दृष्टया 108 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय अनियमितता स्पष्ट होती है।

 

उन्होंने यह भी कहा कि पीडब्ल्यूडी के स्टैंडर्ड बिडिंग डॉक्यूमेंट में मुगलसराय मार्केट में 6 लेन रोड बनाने की योजना थी, जबकि अब लगभग 3 किलोमीटर के हिस्से को घटाकर 4 लेन कर दिया गया है और लागत को अनावश्यक रूप से बढ़ा दिया गया है। (राजमार्ग संख्या 120) के 21.00 से 32.235 किलोमीटर तक  सड़क के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के लिए 25 अप्रैल 2022 को निविदा आमंत्रित की गई थी और 30 अप्रैल 2022 को बोली प्रक्रिया पूरी हुई थीसुपरिंटेंडिंग इंजीनियर, वाराणसी सर्कल, पीडब्ल्यूडी वाराणसी के पत्रांक 2105/183 (दिनांक 13 अप्रैल 2022) में इस परियोजना की लागत 259.50 करोड़ रुपये  दर्शाई गई थी।

 

उन्होंने कहा कि अगर 6 लेन सड़क के निर्माण की अनुमानित लागत 259.50 करोड़ रुपये  थी, तो 328.84 करोड़ रुपये की स्वीकृति कैसे दी गई? इस तरह, परियोजना में वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार की आशंका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  से मांग की कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, मौजूदा निर्माण कार्य को तुरंत रोका जाए और मुगलसराय में भी सिक्स लेन सड़क का निर्माण  सुनिश्चित किया जाए।

 

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