चंदौली। जिले के पश्चिम वाहिनी गंगा तट पर स्थित बलुआ घाट पर जल पुलिस के लिए नया भवन जल्द बनने जा रहा है। भवन निर्माण के लिए शासन ने 1.3 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। इसके पूरा होने से गंगा स्नान के दौरान होने वाले हादसों में कमी आने की उम्मीद है। साथ ही त्योहारों और सामान्य दिनों में गंगा तट पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षा और सहूलियत मिलेगी।
बलुआ घाट पर गंगा पूरब से पश्चिम की ओर बहती है, जिससे यह तट सनातनी पर्वों के लिए विशेष महत्व रखता है। मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, भीमसेनी एकादशी, और कार्तिक पूर्णिमा जैसे पर्वों पर यहां हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए आते हैं। इन दिनों बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ने के कारण हादसों की आशंका बनी रहती है। स्थायी जल पुलिस भवन के निर्माण से इन पर्वों के दौरान सुरक्षा इंतजाम पुख्ता हो सकेंगे।
भवन निर्माण की मांग भाजपा नेता अरविंद पांडेय और गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल द्वारा लंबे समय से की जा रही थी। उन्होंने कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर से इस संबंध में अनुरोध किया था। निर्माण की स्वीकृति पहले ही मिल चुकी थी, लेकिन धन की कमी के कारण काम शुरू नहीं हो पाया था। अब धनराशि जारी होने के बाद जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
स्थायी जल पुलिस भवन का निर्माण न केवल पर्वों के दौरान, बल्कि बाढ़ जैसी आपदा के समय भी स्थानीय लोगों के लिए मददगार साबित होगा। गंगा में डूबने की घटनाओं में कमी आने की संभावना के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था में यह एक बड़ा कदम होगा। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद, बलुआ घाट पर स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।