चंदौली। बलुआ थाना पुलिस ने हत्या के एक सनसनीखेज मामले का सफल अनावरण करते हुए आरोपी को मात्र 48 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। हत्या के पीछे अवैध संबंधों की बात सामने आई है। युवक की लाश दो दिन पहले बंशीपुर नहर के पास रक्तरंजित हालत में मिंली थी। पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने पुलिस लाइन सभागार में गिरफ्तारी के बाबत जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर को बबलू यादव ने अपने भाई मुन्ना यादव (25 वर्ष) की हत्या के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ बलुआ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने मुकदमा संख्या 256/2024 धारा 103(1) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की। 18 दिसंबर को सूचना पर पुलिस ने देवरापुर निवासी राकेश सिंह यादव उर्फ बल्ली (35 वर्ष) को सुरतापुर काली मंदिर के पास से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपित ने हत्या करने की बात स्वीकार की और घटना की पूरी साजिश का खुलासा किया।
आरोपित ने उगले राज
राकेश ने बताया कि एक-डेढ़ महीने पहले उसने अपने घर के ऊपर के कमरे में मुन्ना यादव को अपनी पत्नी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया था। इसके बाद उसने दोनों को कई बार समझाया, लेकिन दोनों के बीच संबंध जारी रहे। समाज और परिवार में हो रही बदनामी से परेशान होकर राकेश ने मुन्ना को हमेशा के लिए खत्म करने की योजना बनाई। 16 दिसंबर को राकेश ने मुन्ना को बेटी के जन्म पर बधाई देने और पार्टी का झांसा देकर अपनी दुकान पर बुलाया। इससे पहले राकेश ने एक तेज धार वाली चाकू खरीदी और उसे अपनी मोटरसाइकिल की डिग्गी में रख लिया।
शाम 6 बजे दोनों पपौरा होते हुए महगांव शराब ठेके पहुंचे और वहां से शराब लेकर बंशीपुर नहर पुलिया पर गए। साजिश के तहत राकेश ने मुन्ना को ज्यादा शराब पिलाई और खुद नाम मात्र का सेवन किया। जब मुन्ना नशे में मदहोश हो गया, तो राकेश ने चाकू से उसके पेट और गले पर कई वार किए। हमले में चाकू की मुठिया टूट गई। मुन्ना को मृत मानकर राकेश वहां से अपनी मोटरसाइकिल (UP67AH4192) से भाग निकला। घटना का खुलासा करने वाली टीम में बलुआ एसओ डॉ. आशीष कुमार मिश्र, रमेश यादव (निरीक्षक अपराध), जमीलुद्दीन खान (उप निरीक्षक), अनिल कुमार यादव (चौकी प्रभारी, कैलावर), कांस्टेबल चंदन शाह, शिशिर यादव और महिला हेड कांस्टेबल कौशिल्या देवी शामिल रहीं।