चंदौली। मुख्य विकास अधिकारी एस. एन. श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई “फैमिली आईडी-एक परिवार एक पहचान” योजना का महत्व बताते हुए सभी परिवारों से इसे बनवाने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह योजना सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के पारदर्शी और समयबद्ध लाभ वितरण में सहायक है।
योजना का उद्देश्य और लाभ
फैमिली आईडी योजना का मुख्य उद्देश्य लाभार्थीपरक योजनाओं को पारदर्शी और सरल बनाना है। इसके तहत हर परिवार को एक अद्वितीय 12 अंकों का फैमिली आईडी नंबर दिया जाएगा, जो भविष्य में सरकारी योजनाओं के लाभ में सहूलियत प्रदान करेगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि इस आईडी के माध्यम से रोजगार से वंचित परिवारों को चिन्हित कर प्राथमिकता के आधार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। यह योजना सरकारी योजनाओं में पात्रता तय करने और वंचित परिवारों तक उनका हक पहुंचाने में भी सहायक होगी।
फैमिली आईडी की विशेषताएं
- राशन कार्ड: राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पंजीकृत परिवारों का राशन कार्ड ही फैमिली आईडी होगा।
- नवीन पंजीकरण: जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, वे फैमिली आईडी पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण करवा सकते हैं।
- प्रमाण पत्र प्रक्रिया सरल: परिवार के एक सदस्य द्वारा जाति या निवास प्रमाण पत्र बनवाने के बाद अन्य सदस्यों को यह दस्तावेज बिना विलंब के उपलब्ध होगा।
- समेकित डेटा: पोर्टल पर उपलब्ध डेटा से सरकारी योजनाओं में आवेदन करते समय आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने की जरूरत नहीं होगी।
आवेदन प्रक्रिया
- पोर्टल: पंजीकरण के लिए फैमिली आईडी पोर्टल पर “Register” लिंक का उपयोग करें।
- दस्तावेज: पंजीकरण के लिए सभी सदस्यों का आधार कार्ड आवश्यक है।
- फीस: स्वयं आवेदन करने पर कोई शुल्क नहीं, लेकिन जन सेवा केंद्र के माध्यम से आवेदन करने पर ₹30 शुल्क लगेगा।
- सत्यापन: ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत अधिकारी और शहरी क्षेत्रों में लेखपाल सत्यापन करेंगे।