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Chandauli News : चंदौली में शुरू हुई संस्कृत छात्रवृत्ति योजना, 730 लाभार्थियों के खाते में जाएगी 325600 रुपये धनराशि, कलेक्ट्रेट सभागार में गूंजा वेद मंत्र

चंदौली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। इसका लाभ जिले के छात्रों को भी मिलेगा। जिले के 730 लाभार्थियों को 3 लाख 25 हजार 600 रुपये धनराशि छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान की जाएगी। इसके उपलक्ष्य में कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां सीएम के कार्यक्रम का प्रसारण किया गया। लाभार्थियों व अधिकारियों ने सीएम का संबोधन सुना। वहीं संस्कृत के छात्रों ने वेद मंत्रोच्चार किया।

 

कलेक्ट्रेट सभागार में सजीव प्रसारण कराते हुए संस्कृत विद्यालयों और महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए दिखाया गया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में संस्कृत भाषा और भारतीय संस्कृति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी आध्यात्मिक ऊर्जा का आधार है, जिसे हमें अपने भीतर आत्मसात करना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत 69,195 संस्कृत छात्रों को 586 लाख रुपये की छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने इसे एक आवश्यक कदम बताया और संस्कृत शिक्षा को समर्थन देने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने यह भी घोषणा की कि अब इस छात्रवृत्ति के लिए कोई आयु सीमा नहीं होगी, जिससे हर आयु वर्ग के संस्कृत छात्रों को इसका लाभ मिल सकेगा।

 

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने बताया कि 2001 में स्थापित संस्कृत परिषद को मान्यता देने का कार्य उनकी सरकार के कार्यकाल में 2017 में पूरा हुआ। उन्होंने संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए सभी लोगों को इसके महत्व को समझने और प्रचारित करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने आगामी त्योहारों के लिए सभी को शुभकामनाएं भी दीं।

इस कार्यक्रम के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में वेद पाठ का आयोजन किया गया। अधिकारियों का स्वागत संस्कृत के अध्यापकों ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित अपर जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने संस्कृत छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि यह छात्रवृत्ति उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति करने में सहायक सिद्ध होगी। मुख्य विकास अधिकारी एसएन श्रीवास्तव ने इसे संस्कृत के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। कार्यक्रम में प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक और संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य भी उपस्थित रहे।

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