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Chandauli News : श्रीराम ने बाली का किया वध, धू-धूकर जल गई अहंकारी रावण की लंका, सेवढ़ी मरई गांव में रामलीला

चंदौली। चहनियां क्षेत्र के सेवढ़ी मरई गांव में चल रही रामलीला के सातवें दिन बाली वध, हनुमान जी का अशोक वाटिका में माता सीता से मिलन और लंका दहन के प्रसंग का अद्भुत मंचन किया गया। प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़े विभिन्न प्रसंगों का मंचन देखकर भक्त भावविभोर हो उठे। बीच-बीच में ताड़ियों की गड़गड़ाहट गूंजती रही।

 

प्रथम दृश्य: बाली वध

रामलीला के प्रथम दृश्य में श्रीराम और लक्ष्मण का किष्किंधा के राजा सुग्रीव से मिलन दिखाया गया। सुग्रीव अपनी समस्याओं को श्रीराम के सामने रखते हैं, जिसमें उनके बड़े भाई महाराज बाली द्वारा किए गए अत्याचारों का उल्लेख होता है। श्रीराम ने सुग्रीव के दुखों को समझकर बाली का वध कर सुग्रीव को न्याय दिलाया।

 

हनुमान जी की लंका यात्रा

अगले दृश्य में माता सीता की खोज के लिए हनुमान जी का लंका प्रस्थान दिखाया गया। हनुमान जी 100 योजन के समुद्र को पार कर लंका पहुंचते हैं और अशोक वाटिका में माता सीता से मिलते हैं। वहां हनुमान जी ने लंका के राजा रावण को माता सीता को वापस लौटाने का संदेश दिया।

 

अशोक वाटिका और लंका दहन

हनुमान जी को भूख लगने पर उन्होंने अशोक वाटिका में फल खाए और पूरी वाटिका को तहस-नहस कर दिया। इसी दौरान उनका सामना रावण के पुत्र मेघनाथ से हुआ, जिसने हनुमान जी को बंदी बनाकर रावण के समक्ष पेश किया। रावण के आदेश पर हनुमान जी की पूंछ में आग लगाई गई, लेकिन हनुमान जी ने अपनी जलती पूंछ से पूरी लंका को जला दिया। इस दृश्य को दर्शकों ने अत्यंत उत्साह और आनंद के साथ देखा।

 

ये रहे उपथित

अध्यक्ष गुप्तेश्वर पांडे, उपाध्यक्ष प्रताप नारायण मिश्रा, व्यवस्थापक नरेंद्र मिश्रा और अन्य प्रमुख सदस्यों ने रामलीला के मंचन की सराहना की। इस दौरान अनूप मिश्रा, अमन पांडे, रजत पांडे समेत कई अन्य शामिल रहे।

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