चंदौली। समायोजन की मांग को लेकर कोविड कर्मचारियों का आक्रोश गहराता जा रहा है। कोविड कर्मियों ने शुक्रवार को जिलाधिकारी व सीएमओ दफ्तर का घेराव किया। इस दौरान समायोजन की मांग दोहराई। जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे और एसीएम डा. आरबी शरण ने इसको लेकर पहल करने का भरोसा दिलाया।
एनएचएम के तहत कोविड काल में नौकरी पाने वाले कोविड कर्मियों की हाजिरी 31 जुलाई के बाद से नहीं लग रही है। अस्पतालों में कार्यरत कर्मी अब घर बैठ गए हैं। इनमें चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ शामिल हैं। बजट की कमी का हवाला देते हुए उन्हें अब ड्यूटी पर न आने को कह दिया गया है। इससे कर्मियों में आक्रोश पनप रहा है। दर्जनों की संख्या में कोविड कर्मी शुक्रवार को सीएमओ कार्यालय पहुंचे। वहां सीएमओ मौजूद नहीं थे। ऐसे में एसीएमओ डा. आरबी शरण से वार्ता की। इसके बाद कर्मी कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे से मुलाकात की। इस दौरान डीएम पहल का भरोसा दिलाया।
कर्मियों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल स्टाफ की जबर्दस्त कमी है। ऐसे में उनके हटने के बाद प्राइवेट स्टाफ रखकर काम कराया जा रहा है, लेकिन उन्हें समायोजित नहीं किया जा रहा है। एनएचएम मुख्यालय से भेजे गए पत्र में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि जिलास्तर पर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी जरूरत के हिसाब से कोविड कर्मियों की सेवा ले सकते हैं, लेकिन जनपद स्तर पर अधिकारियों की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है। कोविडकर्मियों ने इस तहत से समायोजन की मांग की है, ताकि भविष्य में उनकी नौकरी को लेकर दोबारा कोई खतरा न रहे। चेताया कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो लखनऊ में एनएचएम कार्यालय का घेराव करेंगे।