चंदौली। तालाबों को अतिक्रमणमुक्त करना योगी सरकार की पहली प्राथमिकता है। लेकिन नगर पालिका परिषद पीडीडीयू नगर में भू माफिया सरकार की मंशा पर मिट्टी डाल रहे हैं। नगर पलिका आरटीआई में जिस तालाब को अपना बता चुकी है वही तालाब तेजी से पाटा जा रहा है। लोगों की माने तो सत्ता पक्ष और विपक्ष से जुड़े कुछ सफेदपोश भी इसमें संलिप्त हैं। यहीं वजह है कि महकमा मौन साधे हुए है। पालिका में कमजोर जनप्रतिनिधि होने का फायदा भी भू माफिया बखूबी उठा रहे हैं। प्रशासन की अनदेखी से भी नगरा पालिका को मनमानी का मौका मिल रहा है।
नगर पालिका परिषद शासन की कायदे से किरकिरी करा रहा है। चाहे विकास कार्यों में गुणवत्ता का सवाल हो सरकारी जमीन को कब्जामुक्त करने का दोनों ही मोर्चे पर पालिका विफल है। पहले सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का खुला खेल सामने आया फिर हाल ही में कराई गई दुकानों की नीलामी प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए गए। अब महमूदपुर वार्ड के तालाब को पाटने का मामला सुर्खियों में है। मुगलसराय के कई वार्डों के तालाब वैसे भी अस्तित्व खो चुके हैं। कई तालाबों पर अवैध निर्माण भी कराए जा चुके हैं। लेकिन कार्रवाई नहीं होने से भू माफियाओं केे हौसले बुलंद हैं। महमूदपुर में आरोप है कि रात के अंधेरे में तालाब पाटा जा रहा है। नगर पालिका प्रशासन के मौन होने के पीछे लोग तरह-तरह का कारण बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि भू माफियाओं पर अंकुश लगा पाना चेयरमैन और ईओ के बूते के बाहर की बात हो गई है। जिलाधिकारी या शासन का ध्यान आकृष्ट हो तभी बात बने।