चंदौली। लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी डा. महेंद्रनाथ पांडेय की हार के बाद लगाए जा रहे आरोपों पर सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने संगठन को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने लिखा है कि सारी जिम्मेदारी जब विधायकों व राज्यसभा सांसदों की ही है तो संगठन का क्या काम है। उन्होंने कमियों को सुधारने की नसीहत दी है।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अप्रत्याशित हार के बाद आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर शुरू हो गया है। बीजेपी प्रत्याशी जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सपा के मुकाबले पीछे रहे। सैयदराजा में हार का अंतर थोड़ा कम रहा, लेकिन सकलडीहा और मुगलसराय विधानसभाओं में भी सपा की अच्छी-खासी बढ़त रही। इसकी वजह से बीजेपी प्रत्याशी को 21 हजार से अधिक वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटी चंदौली लोकसभा में मिली बड़ी हार के बाद इसका ठिकरा अब विधायकों व जिले की दो राज्यसभा सांसदों पर फोड़ा जा रहा है। विधायकों व राज्यसभा सांसदों पर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोपों से घिरे विधायक ने सोशल मीडिया के जरिये अपना पक्ष रखा। उन्होंने सगठन को कटघरे में खड़ा करते हुए उसके नैतिक दायित्वों को लेकर नसीहत भी दी है।
विधायक का पोस्ट
जब सारी जिम्मेदारी जिले के विधायकों व राज्यसभा सांसदों की ही है तो संगठन का क्या काम। समीक्षा करिए, आरोप न लगाइए, हार से सीखना है किसी को जिम्मेदार नहीं बनाना है। अनावश्यक टिप्पणी करने से बेहतर है, अपनी-अपनी कमियों को पर ध्यान देते हुए उन कमियों को सुधारा जाए, अभी भी समय है।