मिर्जापुर। जिले के छातों गांव के पास वाराणसी-शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर विगत दिनों खाई में मिले दो अधजले शवों की गुत्थी सुलझने लगी है। मृतक शुभम केशरी और रवि पांडेय वाराणसी के रहने वाले थे। शुभम केशरी वाराणसी का टाप-10 अपराधी और हिस्ट्रीशीटर था। पुलिस के अनुसार वाराणसी के चाौक थाना क्षेत्र के राजा दरवाजा के झोला व्यवसाई की हत्या का बदला लेने के लिए ही गोला दीनानाथ निवासी शुभम केशरी व उसके मित्र रवि पांडेय की हत्या की गई। पुलिस चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
पुलिस के अनुसार 28 अगस्त 2017 में चाौक थाना क्षेत्र निवासी झोला कारोबारी मोहन निगम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शुभम केशरी हत्याकांड का नामजद आरोपित था और जेल में बंद था। शुभम पैरोल पर छूट कर आया था और जनवरी माह में ही दोबारा जेल जाने वाला था। लेकिन इसके पहले ही उसकी हत्या कर दी गई। 22 दिसंबर को रवि पांडेय भी शुभम के साथ बाइक से घूम रहा था। आरोपितों ने दोनों को उठा लिया और 23 दिसंबर को शुभम केशरी व रवि पांडेय की हत्या कर शवों को ठिकाने लगाने के लिए अहरौरा के वाराणसी -शक्तिनगर मुख्य मार्ग पर स्थित छातों के पास जला दिया। घटना के 25 दिन बाद अधलजी अवस्था में दोनों शव बरामद हुए तो सनसनी फैल गई।