वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि संतों की वाणी हमें रास्ता दिखाने के साथ ही सावधान भी करती है। देश को जाति के नाम पर उकसाने और लड़ाने में भरोसा रखने वाले इंडी गठबंधन के लोग दलितों वंचितों के लिए हर योजना का विरोध करते हैं और जाति के नाम पर अपने परिवार के स्वार्थ के लिए राजनीति करते हैं। पीएम शुक्रवार को सीर गोवर्धन स्थित रविदास मंदिर में संत शिरोमणि के दर्शन के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने गुरु रविदास जी जयंती के अवसर पर देशभर से आए रैदासियों का काशी में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि बनारस आज मिनी पंजाब जैसा लग रहा है। आपकी तरह मुझे भी रविदास जी बार बार अपने जन्मभूमि पर बुलाते हैं। यहां आकर उनके संकल्पों को आगे बढ़ाने का और उनके लाखों अनुयायियों की सेवा का अवसर मिलता है। ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है। काशी का सांसद और जनप्रतिनिधि होने के नाते भी मेरी विशेष जिम्मेदारी बनती है कि बनारस में आपका स्वागत करूं और आपकी सुविधाओं का खास ख्याल रखूं। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा। कहा कि परिवारवादी पार्टी अपने परिवार के बाहर किसी दलित और आदिवासी को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। देश में पहली आदीवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का किन किन लोगों ने विरोध किया था, ये हर कोई जानता है। ये सब वही परिवारवादी पार्टियां हैं, जिन्हें चुनाव के वक्त दलित की याद आने लगती है। हमें इनसे सावधान रहना होगा। हमारी सरकार की नीयत गरीबों, वंचितों, पिछड़ा और दलितों के लिए साफ है।
पीएम ने शुक्रवार की सुबह बीएचयू स्वतंत्रता भवन में संसद संस्कृत प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट दिया। इस दौरान भोजपुरी में अपने भाषण की शुरूआत की। कहा कि बाबा के आशीर्वाद से काशी में हर जगह विकास का डमरू बज रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत मंदिर प्रबंधन से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे।