चंदौली। सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर महिलाओं को विश्वास में लेने फिर उन्हे लूटने वाला शातिर अपराधी मंगलवार को धानापुर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसके पास से 43 हजार नकदी के साथ चोरी किए गए ढाई लाख रुपये मूल्य के गहने, अपाचे बाइक और तमंचा बरामद हुआ। मूल रूप से वाराणसी डीएलडब्ल्यू का रहने वाला सूरज उर्फ शमीम अपनी ससुराल बलुआ क्षेत्र के निधौरा में रहा रहा था। वाराणसी पुलिस ने शमीम को गिरफ्तार किया था। चार साल जेल में रहने के बाद बाहर आते ही अपराध में सक्रिय हो गया।
शातिर शमीम ने पुलिस को बताया कि जेल से छूट कर आने के बाद अपनी ससुराल नादी निधौरा में रह रहा था। अपने साले शादिक अहमद की अचापे बाइक को अपराधिक घटनाओं में इस्तेमाल करता था। वह बाजार आदि में खरीदारी को निकली महिलाओं को निशाना बनाता था। उनका पीछा करता था फिर उन्हें बहला-फुसलाकर अपनी बाइक पर बैठा लेता। खुद को सरकारी कर्मचारी बताकर परिवार के सदस्य को नौकरी दिलाने का झांसा देता था। किसी सरकारी कार्यालय के बाहर बाइक खड़ी कर देता था। फिर अफसर से मिलवाने का बहाना कर महिला से गहने उतरवा लेता था। कहता था कि साहब के पास गरीब बनकर चलोगी तो काम जल्दी हो जाएगा। इस तरह वह महिलाओं के गहने उतरवा लेता और फरार हो जाता था। वह चोरी किए गए गहनों को अपने सेठ मित्र की आभूषण की दुकान पर बेचता था। सेठ भी उसके गलत कामों में उसका साथ देता था। भांडा फूटने पर पकड़े जाने से बचने के लिए अपने साथ अवैध तमंचा भी रखता था। नवंबर माह में ही धानापुर, सकलडीहा, विशेश्वरगंज और सारनाथ में महिलाओं को लूटा था। लूट का माल अपने सेठ मित्र को बेचने जा रहा था कि पुलिस ने दबोच लिया। अपराधी को पकड़ने वाली टीम में थाना प्रभारी प्रशांत सिंह, शिवबाबू यादव, राकेश यादव, ओमप्रकाश, सर्वेश, प्रियेश आदि शामिल रहे।