चंदौली। मुगलसराय में लोको अस्पताल के पीछे पुराने डाकघर में युवक का रक्तरंजित शव मिलने की घटना में पुलिस की पड़ताल अलग ही दिशा में जा रही है। पुलिस की मानें तो युवक की हत्या नहीं, बल्कि उसने खुदकुशी की थी। घर से अकेले निकला, जमकर शराब पी। इसके बाद ब्लेड से गर्दन, पैर की एड़ी समेत शरीर की पांच जगहों की नस काट ली। इससे इतना रक्तस्राव हुआ कि उसकी मौत हो गई। घटना के पीछे आर्थिक तंगी वजह हो सकती है। युवक ने खुदकुशी करने से पहले अपने भाई को मैसेज कर मां का ख्याल रखने को भी बोला था। पुलिस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है। मेडिकल एक्सपर्ट की जांच के लिए साक्ष्य लखनऊ भी भेजे गए हैं।
अलीनगर थाना के इस्लामपुर निवासी शाकिब का रक्तरंजित शव चार तारीख को मिला था। उसकी गर्दन कटी हुई थी। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी। पहले मामला हत्या प्रतीत हो रहा था। हालांकि, जांच में अलग की एंगल सामने आया। पुलिस के अनुसार शरीर के घाव हल्के थे। यदि किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार से वार कर हत्या की जाती तो घाव गहरे होते। युवक ने इंस्टाग्राम पर आत्महत्या का तरीका देखा होगा। उसने गर्दन के साथ ही पैर की एड़ी की नस काटी थी। शरीर में ऐसी नसों को काटा, जिससे ज्यादा रक्तस्राव हो। इसकी वजह से ही उसकी मौत हुई होगी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला। उसमें शाकिब अकेले ही घर से जाता दिख रहा है।
यह है शाकिब की कहानी
अलीनगर क्षेत्र में अपनी मां के साथ रहता था। इसके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी और शाकिब का एक भाई पिता के साथ वाराणसी रहता था। शाकिब को पैसों की तंगी थी, यह ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाकर बड़ा आदमी बनने का ख्वाब देखा करता था। इसी चक्कर में अपने भाई व कुछ रिश्तेदारों से पैसे लेकर छोटे-मोटे काम शुरू किए, लेकिन कहीं कामयाबी नहीं मिली। एक धंधा छोड़ता औऱ दूसरा शुरू करता था। पुलिसिया पूछताछ में मृतक के भाई ने बताया कि शाकिब मुझे भी मां के साथ आकर रहने को कहता थआ, लेकिन मैनें उसे अब्बू का हवाला देकर मना कर दिया। मैनें उससे साफ कहा कि मैं शुरू से ही अब्बू के साथ रहता हूं और उन्हीं के साथ रहूंगा। पैसे कमाने की भूख व आर्थिक तंगी से शाकिब परेशान था। मौत से ठीक पहले उसने अपने भाई को मैसेज भी किया था कि अम्मी का ख्याल रखना। पुलिस की पड़ताल में सामने आईं ये वजहें घटना की तफ्तीश को आत्महत्या की ओऱ मोड़ रही हैं।