चंदौली। समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने रविवार को चकिया पहुंचकर बस स्टैंड का जायजा लिया। इस दौरान वहां उन्हें न तो कोई बस मिली और ना ही कोई कर्मचारी ही मौजूद मिला। रोडवेज बस स्टैंड के चारों काउंटर खाली मिले और वहां ताला जड़ा हुआ मिला। कमरों में गंदगी, छुट्टा मवेशी और गुटका आदि मिले। वहां के दृश्य को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे चकिया बस अड्डा, नशेड़ियों व जुआड़ियों का अड्डा बनकर रह गया है।
सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि चकिया में चंदौली जनपद का एक मात्र बस स्टैंड है जिसका संचालन भी सरकार ठीक ढंग से नहीं करा पा रही है। चकिया बस स्टैंड का अस्तित्व चंदौली जनपद सृजन के पहले 1950 का जो आज सरकार व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का शिकार है। यहां से न तो धर्म नगरी वाराणसी के लिए कोई बस चलती है ना ही पड़ोसी जनपद सोनभद्र व मीरजापुर के लिए कोई बस का संचालन नहीं होता है। लिहाजा सरकारी बस स्टैंड अब निजी आटो स्टैंड बनकर रह गया है, जहां से निजी सवारी वाहनों का संचालन होता है। कहा कि ज बवह सरकार में थे तो काम करने में विश्वास रखते थे और आज एक विपक्ष की भूमिका में सरकार के कामकाज को दिखाने और उनकी कमियों को गिनाने का काम पूरी जिम्मेदारी से किया जा रहा है ताकि सरकार जनहित के मुद्दों को गंभीरता से ले और जनहित में काम करें। कहा कि चंदौली का यह दुर्भाग्य है कि न तो चकिया, और ना ही जिला मुख्यालय चंदौली व सैयदराजा नगर से वाराणसी जनपद को जोड़ने के लिए एक भी बस चलती है जिससे बनारस का कनेक्शन चंदौली से कट गया है। कहा कि सरकार में बैठे लोग इस मुद्दे को गंभीरता से लें और जिले के एक मात्र बस स्टैंड का बेहतर ढंग से संचालन सुनिश्चित करें। यहां कर्मचारियों व अधिकारियों का ठहराया सुनिश्चित कराएं और वाराणसी के साथ ही मीरजापुर, सोनभद्र, गाजीपुर के लिए बसों का संचालन हो, ताकि आम आदमी को परिवहन में सुविधा हो और उनकी जेब पर आर्थिक बोझ ना बढ़े। साथ ही आमजन का आह्वान किया कि इस समस्या के समाधान के लिए आगे आएं, जहां भी वह आम जनता के साथ खड़े नजर आएंगे।