चंदौली। पीडीडीयू नगर क्षेत्र में मंगलवार को बीजेपी की टिफिन बैठक में अप्रत्याशित घटना घटी। केंद्रीय मंत्री व जिले के सांसद डा. महेंद्र नाथ पांडेय की मौजूदगी में पार्टी जिलाध्यक्ष अभिमन्यू सिंह और मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल आपस में उलझ गए। दोनों का झगड़ा देख केंद्रीय मंत्री भी असहज नजर आए। उन्होंने विधायक को समझाने का प्रयास भी किया लेकिन विधायक ने उनको भी नजरअंदाज कर दिया। आइए वह वजह जानते हैं जिसने अनुशासित मानी जाने वाली बीजेपी में अनुशासन को तार-तार किया।
विधायक को लगा उनकी उपेक्षा हो रही
मुगलसराय क्षेत्र के शिवाला में मंगलवार को बीजेपी की टिफिन बैठक आयोजित की गई थी। केंद्रीय मंत्री व सांसद डा. महेंद्र नाथ पांडेय भी मौजूद थे। उनके स्वागत से कार्यक्रम की शुरूआत हुई और यही स्वागत झगड़े की वजह बना। पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह मंच का संचालन कर रहे थे। एक-एक कर मंत्री जी का स्वागत करने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का नाम पुकारा जाने लगा। स्वागत करने वालों की लिस्ट से विधायक का नाम ही गायब था। बस यही बात विधायक को नागवार गुजरी और केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में ही उनका गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने जिलाध्यक्ष और वहां मौजूद कुछ नेताओं को खरी-खरी सुना दी। जिलाध्यक्ष भी चुप नहीं बैठे और संगठन के अनुशासन का हवाला देते हुए विधायक को चुप रहने को कहा। चंदौली सांसद ने बीच-बचाव का भरसक प्रयास किया लेकिन झगड़े को रोक नहीं पाए। गुस्से में तमतमाए विधायक यहीं नहीं रुके प्रदेश संगठन मंत्री मीना चौबे से भी उनकी बहस हुई। पूरी घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।
संगठन से बड़ा कोई नहीं होता । विधायक जी को यह बात समझनी चाहिए। आयोजनों में नाम आगे-पीछे हो जाते हैं। सभी का अपना सम्मान होता है। पार्टी में अनुशासन भंग नहीं होना चाहिए। अभिमन्यू सिंह, बीजेपी जिलाध्यक्ष।