चंदौली। मानसून द्रोणी दक्षिण की तरफ खिसक गई है। इसके चलते बारिश प्रभावित होगी। मानसून की सक्रियता में प्रभावी कमी देखने को मिली। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इसका असर आने वाले दिनों में बारिश पर पड़ सकता है। बारिश में कमी आ सकती है।
राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उड़ीसा तट पर बने कम दबाव के क्षेत्र के कमजोर पड़कर दक्षिणी झारखण्ड पर ऊपरी क्षोभमंडल तक एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में अवस्थित होने के कारण मानसून द्रोणी का पूर्वी क्षोर अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर सरक गई है। इसके चलते पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश में मानसून की सक्रियता में प्रभावी तौर पर कमी दर्ज की गई है। इसी क्रम में उत्तरी-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर संभावित एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से मानसून द्रोणी के आगामी दिनों में भी अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में बने रहने से विशेष रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसूनी गतिविधि कमजोर रहने तथा थंडरस्टॉर्म के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बारिश तक सीमित हो जाने की सम्भावना है, जबकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होते रहने की सम्भावना अभी भी बनी हुई है। सम्पूर्ण प्रदेश में वर्षा के क्षेत्रीय वितरण एवं तीव्रता में प्रभावी तौर पर कमी आने की सम्भावना है। इसके कारण तापमान में भी क्रमिक बढ़ोत्तरी होने की संभावनाएं प्रबल हो गयी हैं।