चंदौली। बालू दले ट्रकों से वसूली के आरोप में एसपी अंकुर अग्रवाल ने सैयदराजा थाने के चर्चित सिपाही राजेश सिंह को निलंबित कर दिया है। वसूली से जुड़ा आडियो वायरल होने के बाद राजेश सहित तीन पुलिसकर्मियों को चकरघट्टा भेज दिया गया था। सीओ सदर की जांच में प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने पर राजेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है। सेवा समाप्ति की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है। राजेश सिंह पिछले कई वर्षों से सैयदराजा थाने में जमा हुआ था।
खादी की सरपरस्ती में खाकी को किया शर्मसार
सैयदराजा थाना जिले का सबसे मलाईदार थाना माना जाता है। यहां थानेदार से लेकर सिपाहियों तक की पोस्टिंग में तगड़ी पैरवी चलती है। यहां कई ऐसे सिपाही हैं जो सालों से जमे हुए हैं। कभी ट्रांसफर भी हो जाता है तो बाद में दोबारा पोस्टिंग करा लेते हैं। बताया जाता है कि कुछ सिपाही सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधि की सरपरस्ती में जमे हुए हैं और वर्दी का दुरुपयोग करने के बाज नहीं आते। वैसे तो ऐसे सिपाहियों की संख्या आधा दर्जन से अधिक है। लेकिन राजेश सिंह फिलहाल थाने का सबसे चर्चित सिपाही था। बालू माफियाओं से साठगांठ के चर्चे आम थे। सत्ता पक्ष के एक जनप्रतिनिधि का हाथ होने के कारण इसका कभी बाल बांका नहीं हुआ। कई दफा सैयदराजा से ट्रांसफर हुआ लेकिन कुछ ही महीनों बाद दोबारा थाने में पोस्टिंग करा लेता था। सूत्रों की माने तो थाने की कारखासी का काम भी यही देख रहा था। बालू लदे ट्रकों से वसूली कर मोटी कमाई में पिछले कई वर्षों से संलिप्त था। इस अवैध कमाई का एक हिस्सा थाने के साहब से लेकर कुछ सफेदपोशों और तथाकथित कलमकारों तक भी पहुंचता था। लिहाजा इसके पैरवीकारों की भी लंबी फेहरिश्त बन चुकी है। हालांकि इस दफा राजेश सिंह का पाला ईमानदार पुलिस कप्तान अंकुर अग्रवाल से पड़ गया। ट्रक चालकों से वसूली से जुड़ा आडियो वायरल होने के बाद राजेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
ट्रक चालकों से वसूली से जुड़े आडियो की जांच में आरक्षी राजेश सिंह की भूमिका सामने आई है। उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सेवा समाप्ति की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। महकमे में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। –अंकुर अग्रवाल, एसपी चंदौली।