चंदौली। जनसमस्याओं को लेकर पूर्व विधायक व वरिष्ठ सपा नेता मनोज सिंह डब्लू एक बार फिर मुखर हुए हैं। नौ साल जनता बदहाल के अपने अभियान के तहत जिले की ज्वलंत समस्याओं को पटल पर लाकर सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों को आईना दिखाने की योजना बनाई है। चंदौली पालीटेक्निक की बदहाली पर जिले के सांसद व विधायक से सवाल पूछकर अपने अभियान की शुरूआत भी कर दी है।
पूर्व विधायक ने उठाया चंदौली पालीटेक्निक की बदहाली का मामला
नौ दिन नौ समस्याओं के अपने अभियान के तहत पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने चंदौली पालीटेक्निक की बदहाली का मामला उठाया है। पूर्व विधायक ने कहा कि पंडित कमलापति त्रिपाठी जिन्होंने नई को पहचान व अस्तित्व प्रदान किया, आज भाजपा सरकार व उनके जनप्रतिनिधि विकास पुरुष पंडित कमलापति त्रिपाठी के अस्तित्व को मिटाने पर तुली है। पंडित कमलापति ने चंदौली के छात्रों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के लिए चंदौली पालीटेक्निक की स्थापना कीए जो आज प्रशासनिक व राजनीतिक उपेक्षा के दंश झेल रहा है। स्थिति यह है कि एक के बाद एक शिक्षक व कर्मचारी सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं। नए शिक्षकों व कर्मचारियों की तैनाती नहीं हो रही है। संसाधन भी तेजी से घटते जा रहे हैं। पालीटेक्निक परिसर में बने छात्रों के छात्रावास को छह वर्ष पूर्व बंद कर दिया गयाए क्योंकि भवन इतना जर्जर हो चुका है कि कब कौन सा हिस्सा कहां से गिर पड़े यह कहा नहीं जा सकता। तकनीकी पेंच के कारण 2015 में बनकर तैयार हो चुके छात्राओं के छात्रावास को चालू नहीं किया जा सका। कहा कि यह राजनीतिक व प्रशासनिक इच्छा शक्ति के अभाव का सबसे बड़ा उदाहरण है। इसके अलावा आवासी भवनों में जिलाधिकारी चंदौली समेत अन्य जिला स्तरीय अफसरों का रिहायश हैए जिससे कालेज के शिक्षकों को बाहर रहना पड़ता है। इस संबंध में पालीटेक्निक के प्रधानाचार्य महेंद्र सिंह से वार्ता की गईए जो आगामी जुलाई माह में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। ऐसे में बच्चों की तकनीकी पढ़ाई रामभरोसे चल रही है। इन तमाम परिस्थितियों के लिए भाजपा सरकार सीधे तौर जिम्मेदार है।
नौ साल में जनता बदहाल हुई है। प्रदेश के हालात और भी खराब है। उससे भी खराब है चंदौली की स्थिति। भाजपा के जनप्रतिनिधियों को आईना दिखाने का समय आ गया है। मनोज सिंह डब्लू, पूर्व विधायक।