वाराणसी। महापौर पद के वोटों की गणना में अशोक तिवारी 291852 मत पाकर विजयी हुए। उन्हें सपा के डॉ ओपी सिंह ने टकक्कर दी। ओपी सिंह को 158715 वोट मिले। इसी प्रकार उपविजेता रहे ओपी सिंह को छोड़कर सभी 9 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। हैरानी की बात तो ये है कि, नोटा पर 4852 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जो 3 निर्दल प्रत्याशियों से भी अधिक रहे।
नोटा से कम मत पाने वाले प्रत्याशियों में निर्दल ओम प्रकाश चौरसिया 4114 मत, दीपक लाल 2879 और शमशेर खान 2140 रहे। कांग्रेस के अनिल श्रीवास्तव को 94288 व बसपा के सुभाष माझी को 12799 व आप की शारदा टंडन को मात्र 8077 मत मिले। चुनाव में कुल 628825 वोट पड़े थे। इस हिसाब से जो प्रत्याशी 104470 से कम मत पाया उसकी जमानत जब्त हो गई।
कब होती है जमानत जब्त ?
नियमानुसार, किसी भी प्रत्याशी की जमानत जब्त तब होती है जब उसे वैध मतों का एक बटा छह हिस्सा से कम मत मिलता है। ऐसे स्थइति में चुनाव आयोक के पास जमा की गई जमानत राशि जब्त कर ली जाती है।