चंदौली। जिले के लाल भारतीय सेना में मेजर के पद पर तैनात शुभांग को कीर्ति चक्र मिलेगा। आतंकियों से मुकाबला लेते हुए अदम्य साहस का परिचय देने और घायल साथियों की मदद की। इसकी वजह से सेना ने उन्हें कीर्ति चक्र देने का निर्णय लिया है। 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों की घोषणा की गई। सेना के दो जवानों को कीर्ति चक्र और सात को शौर्य च्रक से सम्मानित किया जाएगा।
मेजर शुभांग मुख्यालय स्थित कैली रोड निवासी विमलेंदु राय व सुधा राय के इकलौते पुत्र हैं। इनकी शिक्षा-दीक्षा प्रयागराज से हुई। एनडीए की परीक्षा पास कर सेना में अधिकारी बने। शुभांग जम्मू-कश्मीर में 62 राष्ट्रीय राइफल्स डोगरा रेजिमेंट में तैनात थे। पिछले साल अप्रैल में बडगाम के एक गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली। मेजर की अगुवाई में 62 राष्ट्रीय राइफल्स की टीम मौके पर पहुंची। दोनों तरफ से गोलियां बरस रही थीं। मेजर शुभांग को कंधे में एक गोली लगी। इसके बावजूद उन्होंने अदम्य साहस दिखाते हुए एक आतंकवादी को मार गिराया। सेना ने मेजर शुभांग के प्रशस्ति पत्र में लिखा है कि मेजर और आतंकी के बीच की दूरी 10 मीटर भी नहीं थी। दूसरा आतंकी लगातार सैनिकों पर गोली चला रहा था। मेजर शुभांग घायल हालत में रेंगते हुए उसकी तरफ बढ़े। मेजर के मूवमेंट ने उस आतंकी को पास के एक घर में शरण लेने पर मजबूर कर दिया। चारों तरफ से घिर चुके इस आतंकी को भी सेना ने ढेर कर दिया। मेजर शुभांग बुरी तरह घायल थे। इसके बावजूद वह अपने घायल साथियों को वहां से निकालने में लगे रहे। उन्हें सबसे आखिर में रेस्क्यू किया गया।