चंदौली। कांशीराम आवास में अनियमितता के मामले में चंदौली के ईओ रहे राजेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया है। वे वर्तमान में बलिया के रसड़ा नगर पंचायत के ईओ हैं। चंदौली पुलिस ने सोमवार को रसड़ा स्थित उनके दफ्तर से हिरासत में लिया। 11 साल पुराने मामले में पुलिस दिलचस्पी नहीं ले रही थी। हाईकोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान कप्तान अंकुर अग्रवाल को कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और ईओ को गिरफ्तार किया।
राजेंद्र प्रसाद वर्ष 2011 में चंदौली नगर पालिका में ईओ के पद पर तैनात थे। चंदौली, चकिया व सैयदराजा के ईओ के पद पर कार्यरत रहे। जिले में उन्होंने लगभग एक दशक का कार्यकाल बिताया था। चंदौली नगर पंचायत में ईओ के पद पर तैनाती के दौरान कांशीराम आवास में धांधली हुई थी। इसकी जांच पिछले 11 साल से चल रही थी। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों समेत 42 लोग आरोपी बनाए गए हैं। दरअसल, 15 मई 2013 को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के निर्देश पर चंदौली कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें आरोप लगा था कि राजेंद्र प्रसाद ने आवास आवंटन में धांधली की। उन्होंने मानक की अनदेखी करते हुए तत्कालीन नगर पंचायत चेयरमैन के घरवालों व रिश्तेदारों को आवास आवंटित कर दिया। इसके लिए फर्जी कागजातों का इस्तेमाल किया गया। मामला संज्ञान में आने पर तत्कालीन जिलाधिकारी ने एडीएम से प्रकरण की जांच कराई। प्रथम दृश्टया आरोप सही साबित होने पर गलत तरीके से आवंटित आवासों का आवंटन रद कर दिया गया था। राजेंद्र प्रसाद जिले में लगभग एक दशक तक तैनात रहे। चंदौली, चकिया व सैयदराजा के ईओ रहे। बसपा के शासनकाल में नौकरशाहों व मंत्रियों के बीछ उनकी अच्छी पैठ रही। वहीं बीजेपी के कार्यकाल में भी सत्तापक्ष के एक विधायक के नजदीक रहे।