चंदौली। कोरोना काल में सार्वजनिक आयोजनों पर पाबंदी के चलते जिन गरीब बेटियों की शादियां नहीं हो सकी थीं, चालू वित्तीय वर्ष में उनके भी हाथ पीले हो गए। वहीं गरीब परिवारों को दान-दहेज पर खर्च भी नहीं करना पड़ा। इस साल जिले में कुल 765 गरीब बेटियों की शादियां मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराई गई। इसमें 16 अल्पसंख्यक जोड़े भी शामिल रहे। जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में शुभ मुहुर्त पर वर-वधू सात फेरे लिए। उन्हें प्रमाणपत्र भी जारी किया गया।
शासन स्तर से प्रत्येक जोड़े की शादी के लिए 51 हजार रुपये दिए गए। इस प्रकार कुल 3.90 करोड़ से अधिक बजट दिया गया था। ब्लाकवार आवेदन करने वालों की पात्रता की जांच के बाद ब्लाकों में आयोजन कराए गए। इस दौरान धार्मिक रीति-रिवाज व परंपरा के अनुसार गरीब कन्याओं की शादी कराई गई। अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में आयोजन हुए। नवविवाहित जोड़ों को प्रमाणपत्र भी दिए गए। प्रत्येक शादी के लिए मिलने वाले 51 हजार रुपये में 35 हजार कन्या के खाते में, 10 हजार गृहस्थी का सामान के लिए तथा रुपए 6 हजार विवाह कार्यक्रम संपन्न कराने पर खर्च किए गए।