
रंधा सिंह
चंदौली। नगर पालिका परिषद पीडीडीयू नगर (nagar palika pddu nagar) में कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र (death certificate) जारी करने का मामला प्रकाश में आया है। डीडीयू रेल मंडल में तैनात एक रेलकर्मी बिहार निवासी भाभी की मौत के बाद भी एक वर्ष तक पारिवारिक पेंशन उठाता रहा। बाद में जब जीवित प्रमाण पत्र जमा करने की बारी आई तो नगर पालिका पीडीडीयू नगर से मृत्यु के एक वर्ष बाद का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर विभाग में जमा कर दिया। जबकि महिला का बिहार राज्य से पहले ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हो चुका है। मृतका के पुत्र सुनील कुमार ने लिखित तौर पर इसकी शिकायत कर चाचा और नगर पालिका कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बिहार निवासी देवी शरण प्रसाद रेलकर्मी थे। उनकी मृत्यु के बाद पत्नी संपत्ति देवी को पारिवारिक पेंशन मिलती थी। वर्ष 2017 में 84 वर्ष की अवस्था में संपत्ति देवी की पैत्रिक निवास स्थान बिहार में मृत्यु हो गई। योजना और विकास विभाग की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया। लेकिन मृतका का देवर जो वर्तमान में रेलवे डीडीयू मंडल में बतौर गार्ड नियुक्त है फर्जी तरीके से भाभी का पारिवारिक पेंशन मृत्यु के बाद भी निकालता रहा। उसने कई माह पेंशन की रकम निकाली। जब विभाग में जीवित प्रमाण पत्र जमा करने की बारी आई तो नगर पालिका पीडीडीयू नगर के कर्मचारियों से मिलीभगत कर एक वर्ष बाद यानी 2018 का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर डाक विभाग में जमा कर दिया। अब जाकर जब मृतका के पुत्र सुनील कुमार को इसकी जानकारी हुई तो पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने ईओ से मिलकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि ईओ साहब अभी तक मामले को दबाए बैठे हैं।