वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। उन्होंने तीन अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत किया। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में पीएम मोदी के जीवन चरित्र पर आधारित सात दिवसीय पेंटिंग प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। वहीं संत रविदास घाट पर यूपी में गंगा किनारे बनी सात सामुदायिक जेट्टी के लोकार्पण व आठ जेट्टी के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद सीएम ने काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन के साथ ही परिसर स्थित त्रयंबकेश्वर भवन में सतुआ बाबा की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में भाग लिया। उन्होंने बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल हस्तकला संकुल में दो दिवसीय पीएम गति शक्ति कांफ्रेंस के उद्घाटन के साथ शहंशाहपुर में गोबर्धन योजना निर्माणाधीन स्थल का निरीक्षण किया।
दुबई के कलाकार अकबर खान ने पीएम के जीवन चरित्र से प्रभावित होकर उनकी 55 पेंटिंग्स बनाई है। इसमें पीएम के बचपन, जवानी समेत राजनीति व सामाजिक जीवन का पूरा वृतांत प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी 17 नवंबर तक चलेगी। इसके बाद सीएम संत रविदास घाट पर सात सामुदायिक जेट्टी के लोकार्पण व आठ जेट्टी के शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने बंदरगार, नौवहन व जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल के साथ जेट्टी का लोपार्पण व शिलान्यास किया। इसमें वाराणसी में तीन, चंदौली में एक, गाजीपुर एक और बलिया में एक जेट्टी शामिल है। उन्होंने वाराणसी से डिब्रूगढ़ के बीच भारत का सबसे लंबे क्रूज (गंगा विला) भी जनता को समर्पित किया। सीएम बोले, जल परिवहन बढ़ने से यातायात सुगम होगा। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। वहीं युवाओं के लिए भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। सड़कों व रेलवे पर दबाव कम होगा। इससे प्रदूषण की मात्रा भी घटेगी। कहा कि दो साल पहले पीएम ने देश को इनलैंड वाटर वे की सौगात दी थी। अब चार जिलों में जल परिवहन के जरिए यातायात को सुगम बनाया जा सकेगा। काशी के साथ ही पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने काशीवासियों को अनेक लाभों का केंद्र बनने के लिए बधाई दी। कहा कि जल परिवहन बढ़ने से लैंडलाक की समस्या से भी निजात मिलेगी। यूपी चारों तरफ से जमीन से जुड़ा है। लैंडलाक की स्थिति में माल बंदरगाहों तक पहुंचाना मुश्किल होता था। जब तक माल वहां पहुंचता था, उसकी कीमत बढ़ चुकी होती थी। इससे हमारा माल अंतरराष्ट्रीय मार्केट में टिक नहीं पाता था, लेकिन जल परिवहन से राह आसान हो जाएगी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, यूपी के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अनिल राजभर, राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु समेत अन्य मौजूद रहे।