चंदौली। पशुओं में फैलने वाली खतरनाक लंपी वायरस की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग सतर्क हो गया है। इसको लेकर पशुओं में लंपी वायरसरोधी टीकाकरण किया जा रहा है। अब तक जिले में 2,71,000 गोवंश को लंपी वायरस रोधी टीका लग चुका है। वहीं पशुओं के अंतरजनपदीय व अंतरराज्यीय परिवहन पर रोक लगा दी गई है। पशुपालक पशुओं में इस तरह की समस्या होने पर कंट्रोल रूम में फोन कर सकते हैं।
सीवीओ डा. एके वैश्य ने बताया कि लंपी स्कीन की बीमारी है। यह मक्खी,मच्छर आदि से फैलती है। इस बीमारी के दृष्टिगत पशुओं के अंतर्जनपदीय एवं अंतर्राज्यीय परिवहन पर रोक लगा दी गई है। बार्डर के ग्रामों मे प्राथमिकता देते हुए सभी गांव में टीकाकरण कर दिया गया है। जनपद में अब तक 2,71,000 गोवंश का टीकाकरण किया जा चुका है। सतर्क दृष्टि रखते हुए प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। यदि LSD (लंपी) के लक्षण किसी पशु में दिखें तो तत्काल संबंधित पशु चिकित्सालय पर संपर्क करें अथवा कंट्रोल रूम नंबर पर 0542262197, 8840688479 व 9792961830 पर संपर्क करें।
सही ढंग से करें देखभाल व उपचार
उन्होंने बताया कि यदि किसी पशु में LSD के लक्षण दिखें तो घबराने की बजाय सही ढंग से उसकी देखभाल व उपचार करें। प्रभावित पशु को स्वस्थ पशुओं से अलग कर दें। पशु के दूध को उबालकर पीएं। उनको साफ पानी पिलाएं। पशुओं को मच्छरों, मक्खियों, किलनी आदि से बचाने के लिए उनके शरीर पर कीटनाशक दवाओं का प्रयोग करें। टीकाकरण हो जाने के 21 दिन के बाद उनमें प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न हो जाती है।