चंदौली। चकिया कोतवाली क्षेत्र के सिकंदरपुर निवासी जावेद अहमद की सऊदी अरब के अल दम्माम शहर में बीमारी से मौत हो गई। वह इलेक्ट्रानिक कंपनी में काम करते थे। परिजनों के काफी प्रयास के बाद सऊदी अरब से बाबतपुर एयरपोर्ट पर शव भेजा गया लेकिन परिजनों ने यह कहते हुए उसे लेने से इनकार कर दिया कि शव जावेद का नहीं बल्कि किसी दूसरे का है। परिवार ने ट्वीट कर सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
जावेद की मौत के बाद मुगलसराय सीओ अनिरूद्ध सिंह से मुलाकात करके भाई के शव को भारत लाने के लिए मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद सीओ ने अपने स्तर से अधिकारियों से बात करके प्रयास किया। शुक्रवार को जब जावेद का शव बाबतपुर एअरपोर्ट पहुंचा तो परिवार के लोगों ने शव को लेने के इंनकार कर दिया। ताबूत पर मृतक का नाम साजी राजन लिखा हुआ था। परिवार के लोगों के अनुसार सऊदी से आया शव जावेद का नही हैं। घटना के बाद परिजनों ने नाराजगी जताई है और ट्वीट करते हुए इंडियन एम्बेसी और विदेश मंत्री जयशंकर से शिकायत की है।
दरअसल चकिया के सिकंदरपुर निवासी जावेद सऊदी अरब के अल दम्माम में एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी में कार्यरत थे। बीमारी के चलते अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जिसके बाद मृतक जावेद के भाई ने सरकार व अन्य लोगों से शव की वापसी के सहयोग की अपील की। जिसके बाद डीडीयू नगर के सीओ अनिरुद्ध सिंह ने सोशल मीडिया व ट्विटर के जरिये शव की वापसी के प्रयास किया। सबका प्रयास रंग भी लाया और सऊदी अरब में इंडियन एम्बेसी ने और विदेश मंत्रालय ने इसका संज्ञान लेते हुए शव की घर वापसी के प्रयास किये। तमाम प्रयासों के बाद 30 सितम्बर को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर जावेद का शव लाया गया। लेकिन जांच में पता चला कि यह शव जावेद का नहीं है बल्कि किसी अन्य व्यक्ति साजी राजन का है और इसी नाम का स्टिकर भी ताबूत पर चस्पा किया गया है। मृतक जावेद के भाई नदीम जलाल ने सीधे तौर पर इसे सऊदी प्रशासन की लापरवाही करार दिया और विदेश मंत्री एस जय शंकर और इंडियन एम्बेसी को ट्वीटर के जरिये अवगत भी कराया कि 25 सितंबर को सऊदी अरब में भाई जावेद की मौत के बाद सभी औपचारिकता पूरी करने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट के जरिये आज उनका शव वाराणसी एयर पोर्ट पहुंचा है। जो कि उनके भाई का नहीं है। इस गलती का संज्ञान लेते हुए जल्द जल्द जावेद के शव को दोबारा भेजने की व्यवस्था बनाई जाय। वहीं घटना के बाद परिजनों में भी खासी नाराजगी है।