चंदौली। नीति आयोग की ओर से आकांक्षी घोषित जिले में सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया जा रहा। इसके लिए आयोग के इंडिकेटर्स के हिसाब से काम कराए जा रहे हैं। इसकी नियमित मानीटरिंग भी हो रही है, लेकिन अभी भी गुरुजनों की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं दिख रहा। शिक्षक पढ़ाने की बजाए स्कूलों में सोते पाए जा रहे तो कहीं उनकी लेटलतीफी नौनिहालों का भविष्य चौपट कर रही। ऐसा ही मामला धानापुर ब्लॉक के मिर्जापुर प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिला। कक्षा में शिक्षक सोते रहे। वहीं बच्चे पढ़ाई करने की बजाय बाते करते और खेलते नजर आए।
मिर्जापुर प्राथमिक विद्यालय में गांव व आसपास के बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। यहां भरतजी वर्मा अध्यापक के रूप में नियुक्त हैं। शिक्षक का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें शिक्षक कुर्सी पर बैठे हुए हैं और टेबल पर सिर रखकर सोते नजर आ रहे हैं। जबकि बच्चे कक्षा में बाते करतें और खेलते नजर आ रहे हैं। किसी अभिभावक ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। इसको लेकर चर्चाएं हो रही हैं। लोग शिक्षकों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उनका कहना रहा कि अध्यापकों के ऐसे कृत्य का खराब असर बच्चों के व्यक्तित्व पर भी पड़ रहा है।