
चंदौली। गंगा का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है। शुक्रवार को जलस्तर 69 मीटर था, जो खतरे से निशान 71.262 मीटर से महज दो मीटर नीचे है। जलस्तर में तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वृद्धि हो रही है। इससे तटवर्ती इलाके में खतरा बढ़ता जा रहा है। यदि इसी रफ्तार से पानी बढ़ा तो शनिवार तक गंगा खतरे के बिंदु को छू सकती हैं। इससे बाढ़ का संकट खड़ा हो जाएगा।

जिले के नियामताबाद, धानापुर व चहनियां ब्लाक के लगभग दो दर्जन से अधिक गांव गंगा किनारे हैं। इन गांवों के बाशिदें साल दर साल गंगा में बाढ़ की विभीषिका झेलते हैं। इस बार भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि से लोग सशंकित हैं। बाढ़ के दौरान गंगा का पानी गांवों में घुस जाता है। वहीं लोगों को घर छोड़कर ऊंचाई वाले स्थानों पर शरण लेनी पड़ती है। बाढ़ समाप्त होने के बाद गंदगी और पशुओं के लिए चारे का संकट खड़ा हो जाता है। जिला प्रशासन गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ ही अलर्ट हो गया है। बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मियों को हालात पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं अधिकारियों को भी चक्रमण कर हालात का जायजा लेते रहने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।