चंदौली। विकास कार्यों की समीक्षा बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने विकास के 37 बिंदुओं की प्रगति को लेकर चर्चा की। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अवर अभियंता व दुग्ध विकास अधिकारी की लापरवाही स्पष्ट तौर पर उजागर हुई। इस पर दोनों का वेतन रोकने का आदेश दिया। उन्होंने अफसरों को ईमानदारी के साथ कार्य करने की हिदायत दी। लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि आवारा/ निराश्रित गोवंश को अभियान चलाकर धर पकड़ कर आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाए। पशुओं के लिए हरे चारे हेतु विकास खंडों में चिन्हित जमीनों में सूडान चरी, नेपियर घास आदि की बुवाई कराई जाए। हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में समस्त इंफ्रास्ट्रक्चर का कार्य अवशेष अभिलंब पूर्ण कराएं। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त चिकित्सालयों में निर्धारित दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रहे, बाहर की दवाइयां चिकित्सकों द्वारा कत्तई न लिखी जाए। स्टोर से जो दवा कम हो उसकी डिमांड सुनिश्चित की जाए, ताकि समय से उपलब्धता बनी रहे। स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष अवश्य सुनिश्चित की जाएं। सरकार द्वारा संचालित 102/108 नंबर एंबुलेंस सेवा शत-प्रतिशत जनहित में सुनिश्चित हो। संस्थागत प्रसव की स्थिति संतोषजनक नहीं रहने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए विभागीय कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए जाने की प्रगति अपेक्षित नहीं पाई गई। डीएम ने छूटे पात्र व्यक्तियों का गोल्डन कार्ड तेजी से बनवाए जाने के निर्देश दिए सीएमओ को दिए। बच्चों के टीकाकरण की स्थिति लक्ष्य के सापेक्ष कम रहने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए चिकित्सा एवं बाल विकास विभाग को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि आपसी समन्वय बनाकर टीकाकरण में तेजी लाएं। समीक्षा में पंचायत भवनों के कायाकल्प की प्रगति धीमी पाई गई, साथ ही प्राथमिक विद्यालयों की कायाकल्प की स्थिति भी संतोषजनक नहीं मिली। इस पर प्रगति लाते हुए तेजी से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। हैंडपंप के मरम्मत एवं रिबोर की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए। कहा कि दीनदयाल उपाध्याय नगर मुगलसराय में बिछाई गई पेयजल पाइप लाइनों के पश्चात क्षतिग्रस्त सड़कों को 15 सितंबर 2022 तक प्रत्येक दशा में ठीक करा लिया जाए। प्रधानमंत्री आवास शहरी एवं ग्रामीण लक्ष्य के सापेक्ष नियमानुसार धनराशि की किस्त लाभार्थियों को आवंटित किए जाएं। इस दौरान विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।