संवाददाताः तरुण भार्गव
चंदौली। प्रधान संघ के चकिया ब्लाक अध्यक्ष पद को लेकर उपजे विवाद में शीर्ष नेतृत्व ने हस्तक्षेप किया है। पिछले दिनों हुए चुनाव को राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन ने नियम विरुद्ध बताकर सिरे से खारिज कर दिया है। बोदलपुर ग्राम सभा के प्रधान रामलाल यादव को ही चकिया विकासखंड के प्रधान संघ का अध्यक्ष माना है। संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र राय ने प्रदेश महासचिव घनश्याम पांडेय को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि रामलाल यादव ही चकिया के ब्लाक अध्यक्ष हैं। लिखा है कि स्थानीय बीजेपी विधायक ने कुछ प्रधानों को बुलाकर अपने किसी समर्थक को ब्लाक अध्यक्ष घोषित कर दिया। संगठन के काम में विधायक का हस्तक्षेप दुर्भाग्यपूर्ण है।
थमने का नाम नहीं ले रहा ब्लाक अध्यक्ष पद का विवाद
कुछ दिन पहले चकिया ब्लाक के प्रधानों के एक धड़े ने ब्लाक सभागार में बैठक कर डोडापुर की प्रधान सरिता पांडेय को चकिया विकासखंड के प्रधान संघ का अध्यक्ष चुन लिया। प्रधान प्रतिनिधि अरविंद पांडेय ने पत्नी के अध्यक्ष बनने की घोषणा कर दी और दावा किया कि प्रधानों का बहुमत उनके साथ है। जबकि पूर्व में ब्लाक अध्यक्ष चुने गए बोदलपुर के प्रधान रामलाल यादव ने चुनाव को अवैध ठहराते हुए अध्यक्ष पद पर अपना दावा जताया। बहरहाल यह मामला शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच गया, जिसे गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश महासचिव को लिखे पत्र में पिछले दिनों हुए चुनाव को पूरी तरह नियम विरुद्ध बताया है। रामलाल यादव को ही चकिया विकासखंड के प्रधान संघ का अध्यक्ष माना है। इससे चकिया विकासखंड के समस्त प्रधानों में खलबली मच गई है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चकिया के भारतीय जनता पार्टी के विधायक पर भी षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के पत्र के बाद प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा ने भी पत्र जारी करते हुए चकिया ब्लाक अध्यक्ष पद के लिए बोदलपुर प्रधान रामलाल यादव के नाम पर मोहर लगाई है।
सामूहिक बोर्ड की बैठक में भी हुआ था विवाद
विगत दिनों ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक में भी खूब विवाद हुआ। प्रधान और क्षेत्र पंचायत असदस्य दो गुटों में बंट गए। जमकर नोकझोंक हुई। महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य संजू पटेल में बैठक में प्रधान सरिता पांडेय के पति अरविंद पांडेय की उपस्थिति को ही असंवैधानिक मानते हुए उन्हें बाहर जाने की बात कह दी थी। इसे लेकर भी खूब हंगामा हुआ।