
चंदौली। नकली नोट बनाने वाले गिरोह के सदस्यों को पकड़ने वाली चंदौली पुलिस का कार्य वाकई सराहनीय है लेकिन पुलिसिया कार्रवाई की जो कहानी बुनी गई उसमें कई झोल हैं। इसकी पोल खुद गिरोह के सदस्य गोपाल पांडेय ने खोल दी। शुक्रवार को पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता के बाद पुलिस से आंख बचाकर उसने पत्रकारों को बताया कि उसके गिरोह के सदस्य धीना थाना क्षेत्र के माधोपुर से नहीं पकड़े गए बल्कि पुलिस ने सभी को बिहार के मोहनियां से उठाया है। नकली नोट बनाने वाले उपकरण भी बिहार से ही बरामद हुए। पुलिस ने 11 लाख रुपये कहां से बरामद किए यह भी रहस्य बना हुआ है। भलुवाही, थाना बघौला जिला रोहतास बिहार के गोपाल पांडेय ने बताया कि उसे पुलिस ने कमालपुर के पास से पकड़ा था। उसी की निशानदेही पर पुलिस ने दो अन्य सदस्यों को बिहार से गिरफ्तार किया। आरोपितों में गोपाल पांडेय का सगा भाई गोकुल भी शामिल है। गोपाल ने फफककर रोते हुए बताया कि उसका भाई निर्दोष है।