
चंदौली। इस साल मार्च से ही गर्मी रिकार्ड तोड़ने लगी है। पिछले 122 साल में इस बार मार्च सबसे अधिक गर्म रहा। औसत अधिकतम तापमान 30.726 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 26.82 डिग्री सेल्सियस के अपने जलवायवीय औसत से 3.91 डिग्री सेल्सियस अधिक था। इसकी वजह से मार्च में ही गर्मी लोगों को सताने लगी। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अप्रैल व मई में भी गर्मी चरम पर रहेगी। आने वाले दिनों में बारिश के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में लोगों को तीखी धूप व लू के थपेड़ों से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह बताते हैं कि मार्च 2022 में शीत ऋतु से ग्रीष्म ऋतु में संक्रमण के साथ ही तापमान में वृद्धि शुरू हो गई थी। पश्चिमी विक्षोभों की अनुपस्थिति, शुष्क व गर्म पश्चिमी हवाओं के प्रभाव में मार्च के दूसरे पखवारे में तापमान तेजी से बढ़ा। जिले का अधिकतम तापमान औसत से काफी ऊपर चला गया। यह पिछले 122 साल में सबसे अधिक है। 1901 से 2022 तक के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2004 में मार्च का औसत तापमान 30.678 डिग्री, 2010 30.632 डिग्री सेल्सियस, 1977 में 30.136 डिग्री व 1953 29.770 डिग्री सेल्सियस रहा। 2022 में 30.726 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी प्रकार न्यूनतम 12.73 डिग्री सेल्सियस के औसत के सापेक्ष 15.26 डिग्री सेल्सियस रहा। वर्ष 2010 15.40 डिग्री, 1953 में 14.89, 2004 में 14.69 व 2021 में 14.58 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह औसत मासिक तापमान के हिसाब से मार्च-2022 19.77 डिग्री सेल्सियस के मासिक जलवायवीय औसत के सापेक्ष 22.994 डिग्री सेल्सियस के साथ पिछले 122 वर्षों (1901-2022) तक सबसे अधिक रहा। 2010 में 23.016 डिग्री, 2004 में 22.685 डिग्री, 1953 में 22.331 डिग्री व 2008 में 21.990 डिग्री सेल्सियस रहा।
मार्च में नहीं हुई बारिश
कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभों की अनुपस्थिति व भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में प्रचलित ला-नीना (LA-NINA) परिस्थितियों व हिंद महासागर में प्रचलित तटस्थ IOD परिस्थितियों के चलते मार्च में 7.7 मिलीमीटर के सापेक्ष बारिश नहीं हुई। बारिश में 99 फीसद कमी रही। अप्रैल माह में भी गर्मी चरम पर रहेगी।