चंदौली। देश की सबसे बड़ी कोयला मंडी चंधासी में कोयला चोरी का मामला यूं तो काफी पुराना है। लेकिन पुलिस ने चोरी के ऐसे ही एक मामले का भंडाफोड़ किया है। सोनभद्र से रायपुर जा रहा दो ट्रक कोयला चंधासी में ही रोक लिया गया। सोनभद्र के कोयला कारोबारी की तहरीर पर पुलिस ने एक ट्रक कोयला जब्त करने के साथ दो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार हिनौली ग्राम प्रधान कोयला चोरी के इस खेल में शामिल था, जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
चंधासी कोल मंडी में कोयला चोरी के जरिए लाखों का वारा न्यारा होता है। सफेदपोश से लेकर कुछ खाकी धारियों तक की इस काले कारमाने में मिलीभगत रहती है। गाहे-बगाहे इस तरह के मामले उजागर होते रहे हैं। लेकिन इसपर पूरी तरह से नकेल नहीं कस पा रही।
रायपुर की जगह चंधासी पहुंच गया कोयला
25 मार्च को सोनभद्र से दो ट्रक कोयला रायपुर के लिए निकला। लेकिन कोयले के अवैध कारोबारी चालकों को लालच लेकर ट्रकों को चंधासी ले आए। आरोप है कि हिनौली ग्राम प्रधान ने दोनों ट्रकों को अपने अड्डे पर खड़ा करवा दिया। उधर कोयला लदे ट्रक गंतव्य तक नहीं पहुंचे तो सोनभद्र का कोयला कारोबारी परेशान हो गया। उसे किसी तरह पता चला कि दोनों ट्रक चंधासी में हैं। 28 मार्च को मुगलसराय कोतवाली पहुंचा और पुलिस को तहरीर दी। इसकी भनक लगते ही एक ट्रक चालक मय वाहन फरार हो गया। लेकिन पुलिस ने एक ट्रक को पकड़ लिया जिसपर तकरीबन सात लाख रुपये मूल्य का कोयला लदा था। पुलिस ट्रक को जब्त कर कोतवाली ले आई और चालक मन्ना यादव को हिरासत में ले लिया। मुगलसराय कोतवाल बृजेश चंद्र तिवारी के अनुसार चालक ने पूछताछ में बताया कि हिनौली ग्राम प्रधान राजेश कुमार राव के कहने पर ही वह कोयला रायपुर की जगह चंधासी ले आया। चालक के बयान केे आधार पर पुलिस ने ग्राम प्रधान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया और आरोपित चालक का चालान कर दिया।